सामुद्रिक शास्त्र में शरीर के चिह्न और लक्षणों के अर्थ की चर्चा की गयी है। यह भी बताया गया है कि इन चिह्नों का प्रभाव क्या है। इन चिह्नों में तिल, मस्से और अन्य विशेष आकृतियां आती हैं। शरीर में तिलों के माध्यम से बड़ी आसानी से काफी बातों को जाना और समझा जा सकता है।
चेहरे पर तिल और इसके अर्थ-
- चेहरे पर तिल के अलग अलग अर्थ होते हैं और इनका सीधा सम्बन्ध आपके भाग्य से होता है।
- गालों पर तिल का होना आपकी आकर्षण क्षमता को मजबूत करता है साथ ही ऐसे लोग बड़े धनवान होते हैं।
- नाक पर तिल का होना व्यक्ति को बहुत ज्यादा अनुशासित बना देता है और संघर्ष बढ़ा देता है।
- नाक के नीचे तिल का होना बताता है कि व्यक्ति के ढेर सारे चाहने वाले होंगे पर व्यक्ति कम लोगों से ही जुड़ेगा।
- माथे पर तिल का बताता है कि आप शुरुआत में खूब संघर्ष करेंगे , बाद में धनवान होंगे।
- होंठों पर तिल होना बताता है कि बहुत ज्यादा प्रेमी स्वभाव के हैं और ऐसे लोगों को रोज प्रेम होता रहता है।
शरीर के अन्य स्थानों पर तिल और उनका अर्थ-
- हाथ में अगर बीचो बीच तिल हो जो किसी पर्वत पर न हो तो यह सम्पन्नता देता है।
- परन्तु अगर यह पर्वत पर या अंगुलियों पर हो तो दुर्भाग्य का कारण बनता है।
- पैरों के तलवे का तिल हमेशा व्यक्ति को घर से दूर ले जाता है और बड़ी सफलता देता है।
- सीने पर तिल का होना यह बताता है कि व्यक्ति को पारिवारिक बाधाओं का सामना करना पड़ेगा।
- पेट पर तिल व्यक्ति को धन तो देता है पर स्वास्थ्य ख़राब करता है।
लाल तिल और इसका अर्थ-
- लाल तिल सम्पन्नता और दुर्भाग्य दोनों का प्रतीक होता है।
- अगर यह चेहरे पर हो वैवाहिक जीवन और पारिवारिक जीवन में दुर्भाग्य लाता है।
- अगर यह बाहों पर हो तो आर्थिक मजबूती लाता है।
- अगर यह सीने पर हो तो व्यक्ति विदेश जाता है और खूब धन कमाता है।
- अगर यह पीठ पर हो तो सेना या साहस के क्षेत्र में सफलता मिलती है।