लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने गुरुवार को पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की अहम बैठक बुलाई है। इसमें निकाय चुनाव में मिली हार और सरकार की जनविरोधी नीतियों का डटकर मुकाबला करने पर चर्चा करेंगी। मायावती इसके साथ ही लोकसभा चुनाव के लिए अभी से ही तैयारी में जुटने पर भी चर्चा करेंगी।
👉सीएम योगी ने जारी किया ये आदेश, अब आसानी से बन जाएंगा आय, जाति व निवास प्रमाणपत्र
यूपी विधानसभा के बाद निकाय चुनाव में वोट प्रतिशत गिरना और उम्मीद से कम उम्मीदवारों का जीतना भविष्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। मायावती ने चुनाव परिणाम आने के बाद पहले कुछ मंडल के पदाधिकारियों से मिलकर अलग-अलग रिपोर्ट ली और इसकी वजहें पूछी।
इसी आधार पर वह सामूहिक रूप से बैठक कर वस्तु स्थिति जानना चाहती हैं और पार्टी पदाधिकारियों से विचार-विमर्श करना चाहती हैं। सूत्रों का कहना है कि इसके आधार पर वह लोकसभा चुनाव के लिए नए सिरे रणनीति तैयार करेंगी।
मायावती ने ट्वीट कर स्वयं इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि यूपी में सत्ताधारी पार्टी द्वारा जनविरोधी नीतियों, गलत कार्यकलापों आदि कमियों का चुनाव पर प्रभाव कम करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया। इनका द्वेषपूर्ण, दमनकारी व्यवहार व धर्म का राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल अति-गंभीर व अति-चिंताजनक है और लोकतंत्र के लिए घातक है।