औरैया। जिले के थाना सहायल ग्राम महाराजपुर बेल्हुपुर में विश्व अंतरर्राष्ट्रीय अधिवक्ता माननीय राजरतन अम्बेडकर का, भंते सुमित रतन बौद्ध थेरा व संकिसा की पावन बुद्ध की भूमि से भिक्षु संघ का जिले में आगमन हुआ। संविधान निर्माता भारत रत्न डा. भीमराव अंबेडकर का नाम आज राजनीतिक दलों के लिए भीड़ और वोट प्राप्त करने का जिस तरह से माध्यम बनकर रह गया है। उससे उनके प्रपौत्र और इंडियन बुद्धिसिस्ट सोसायटी के अध्यक्ष डा. राजरत्न अंबेडकर आहत हैं। उनका कहना है कि देश के सामने उपस्थित चुनौतियों का निराकरण डा. भीमराव अंबेडकर के दिखाए रास्ते पर चलकर ही किया जा सकता है। जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटे जाने की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि देश को कैशलेस नहीं कास्टलेस बनाए जाने की जरूरत है।
आज समाज को कई आईएएस और पीसीएस अधिकारी मिल जाते।उन्होंने कहा कि यदि समाज नहीं जागा तो आने वाले दिनों में दलित नेतृत्व विहीन हो जाएंगे। यह स्थिति पूरे समाज के लिए बेहद खतरनाक होगी। हमें अपना नेता वह चाहे किसी भी राजनीतिक दल से आता हो या निर्दलीय हो बस मुख्यतः अपने ही बीच से चुनना होगा, ताकि वह भाजपा के मंसूबो को कामयाब ना होने दे।
राजरत्न लगातार भाजपा और आरएसएस के खिलाफ खुलकर बोलते रहे हैं। औरैया के महाराजपुर बेलुपुर में आयोजित जनसभा के प्रयोजक डॉक्टर नवल किशोर शाक्य व पत्नी प्रियंका शाक्य, सहयोजक राजवीर यादव, जिला अध्यक्ष अहियल पाल,राम सनेही पाल, सुनील शर्मा, दशरथ शाक्य, पिंटू यादव, अश्वनी शाक्य, पूर्व जिला पंचायत सदस्य रवि त्यागी, मंचसंचालक स्नेह यादव, पूर्व ब्लाक प्रमुख एरवाकटरा प्रबल प्रताप सिंह, भीम आर्मी महासचिव चंदन बाबू और भारतीय संविधान सुरक्षा संगठन के संस्थापक बीपी राव सिंह और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर समाज उत्थान महासभा के संस्थापक योगेंद्र प्रताप सिंह, महासचिव शिव कुमार, अरुण एडवोकेट, लेखा परीक्षक आदित्य प्रकाश, राहुल कुमार, रंजीत कुमार, ऑल इंडिया पत्रकार एकता सहयता ट्रस्ट के कानपुर मंडल अध्यक्ष सोमपाल गौतम, कार्यकर्ता कमल सिंह, रंजीत दोहरे, सागर दोहरे, सोनू दोहरे, महेंद्र सिंह, दिलीप सिंह, राहुल चौधरी, आशीष कुमार, सुधीर, नितेश, धर्मपाल, विकास राणा, राम कृष्ण, हरि गुलाब सिंह, कुलदीप सिंह, अजीत सिंह, राजवीर सिंह, राज कुमार, डॉ. राजेंद्र कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह एमबीबीएस, कन्हैया लाल, आदि लोग मौजूद रहे।
राजरतन ने कहा कि भाजपा भारतीय संविधान को बदलना चाहती है, पर वह बाबा साहब के वंशज हैं मरते दम तक वह भाजपा को उनके मंसूबो में कामयाब नही होने देंगे।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर