भारत में प्राचीन काल से शास्त्र व शस्त्र दोनों का सम्यक महत्व रहा है। शास्त्र के माध्यम से मानवीय आदर्शो गुणों का विकास होता है।
इन्हीं शास्त्रों के बल पर भारत विश्व गुरु बना था। जबकि शस्त्रों का उपयोग अधर्म के विरुद्ध करना ही भारत की विशेषता रही है। शस्त्र पूजन का यही सन्देश है।
गोरक्ष पीठ भी भारतीय चिंतन की संवाहक है। वर्तमान श्री महंत योगी आदित्यनाथ ने नवरात्र व विजय दशमी पर परम्परा के अनुरूप पूजा अर्चना की।
डॉ.दिलीप अग्निहोत्री