मौसम विज्ञान विभाग के द्वारा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में रविवार यानी आज से बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवात बिपरजॉय के कमजोर होने के कारण मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना प्रबल हो चुकी है।
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बारिश के कारण इन इलाकों को भीषण गर्मी से राहत मिलने के भी आसार हैं। आपको बता गें कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर किसी भी मौसम प्रणाली के अभाव में 11 मई से मानसून की प्रगति धीमी रही है। इसके अलावा चक्रवात बिपरजॉय ने भी दक्षिण-पश्चिम मानसून की धारा को प्रभावित किया है। हालांकि, उत्तर भारत के राज्यों में थोड़ी राहत देखी गई।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि 18 जून से 21 जून तक पूर्वी भारत और दक्षिण भारत के कुछ और हिस्सों में मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होंगी। आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली में बारिश के आसार हैं। साथ ही बिहार में भी आज बादल छाए रह सकते हैं। इससे लोगों को तपती गर्मी से राहत मिल सकती है।
अरब सागर में उठे चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के असर से राजस्थान के कई इलाकों में भारी बारिश का दौर शनिवार को भी जारी रहा। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार शाम साढ़े पांच बजे तक सिरोही में 37.5 मिलीमीटर, जालौर में 36 मिमी, बाड़मेर में 33.6 मिमी, बीकानेर में 26.6 मिमी, डबोक में 13 मिमी, डूंगरपुर में 12.5 मिमी और जोधपुर में 10.5 मिलीमीटर बारिश हुईई। इस अवधि के दौरान कई अन्य स्थानों पर भी वर्षा हुई।
विभाग ने बाड़मेर, जालोर और सिरोही जिलों में भारी बारिश की चेतावनी (रेड अलर्ट) जारी किया है। पाली और जोधपुर के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है। इसी तरह जैसलमेर, बीकानेर, चूरू, सीकर, नागौर, झुंझुनू, अजमेर, उदयपुर, राजसमंद, जयपुर, जयपुर शहर, दौसा, अलवर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है।
आपको बता दें कि लगभग एक हफ्ता की देरी से भारत में मॉनसून ने 8 जून को केरल में दस्तक दे दी थी। कुछ मौसम वैज्ञानिक चक्रवात को इसकी देरी का जिम्मेदार मानते हैं। हालांकि, इस मामले पर आईएमडी की सोच अलग है। मॉनसून ने अब तक पूरे पूर्वोत्तर, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, कर्नाटक के साथ-साथ बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों को कवर कर लिया है।