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“श्री अन्न” पूजा के साथ शुरू हुआ मिलेट्स महोत्सव

लखनऊ। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि संयुक्त राष्ट्र ने भारत सरकार के सुझाव पर 2023 को ‘अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष’ घोषित किया है और राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने 21 जनवरी 2023 को लखनऊ विश्वविद्यालय के अपने 65वें दीक्षांत भाषण में हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण जो भारत को ‘ग्लोबल हब फॉर मिलेट्स’ के रूप में स्थापित करने और बाजरा के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष 2023 को ‘जन आंदोलन’ बनाने का है, इसका उल्लेख किया।

मिलेट्स महोत्सव

इस पृष्ठभूमि में भूगोल विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय ने 13 फरवरी 2023 को मिलेट्स महोत्सव मनाने की परिकल्पना की, जिसका उद्घाटन कुलपति प्रो आलोक कुमार राय द्वारा किया गया।

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कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो अरविंद अवस्थी द्वारा कुलपति का स्वागत करने के बाद, कुलपति द्वारा “श्री अन्न” की पूजा की गई क्योंकि इस वर्ष के बजट के दौरान मिलेट्स को “श्री अन्न” के रूप में वित्त मंत्री के भाषण में वार्णित किया गया है।

मिलेट्स महोत्सव

“ए शॉर्ट इंट्रोडक्शन टू मिलेट्स” पुस्तक का विमोचन

इस अवसर पर भूगोल विभाग द्वारा तैयार की गई पुस्तक “ए शॉर्ट इंट्रोडक्शन टू मिलेट्स” का विमोचन भी कुलपति द्वारा किया गया। पुस्तक विभिन्न प्रकार के बाजरा, उनके उत्पादन, पोषण मूल्य, स्वास्थ्य लाभ, मधुमेह को कम करने में उनकी भूमिका, स्थानीय नाम आदि के बारे में संक्षेप में बात करती है।

मिलेट्स महोत्सव

महोत्सव में मिलेट्स के उत्पादों और बीजों से संबंधित विभिन्न स्टॉल लगाए गए थे, जिन्हें कुलपति और अन्य लोगों ने देखा। मिलेट्स से बने स्नैक्स के एक लोकप्रिय ब्रांड कीरोस, पैट-ए-केक बेकरी, रूपाली की रसोई, राष्ट्रीय गौ उत्पादक संघ, डिवाइन लाइफ हर्बल्स ने मिलेट्स के बीज और अन्य कई उत्पाद के माध्यम से बाजरा के बारे में जागरूकता पैदा की। ज्वार के शकरपारा, बाजरे के लड्डू, बाजरे की खिचड़ी, सांवा खीर, कुकीज, सूप स्टिक, ब्रेड, नाचोस और भी कई उत्पाद इस कार्यक्रम में प्रदर्शित किए गए।

गुलाबो सिताबो के कठपुतली नाच द्वारा भी ज्वार और सांवा के बारे में जानकारी दी गयी। राधेश्याम दीक्षित, जो अपने ऐप ‘जयघोष’ के लिए जाने जाते हैं, ने ‘हाउ मिलेट्स आर इंटेलिजेंट’ और ‘मिलेट्स एज़ क्लाइमेट रेजिलिएंस क्रॉप्स’ पर अपना व्याख्यान दिया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में फैकल्टी और विद्यार्थियों ने भाग लिया। लोगों को एक ज़मीनी वातावरण देने के लिए, भूगोल विभाग में एक गाँव जैसा माहौल बनाया गया था।

मिलेट्स महोत्सव

इस कार्यक्रम की कल्पना और समन्वय भूगोल विभाग की समन्वयक प्रो रोली मिश्रा द्वारा किया गया। कार्यकम में प्रो पूनम टंडन, डीन छात्र कल्याण, डॉ भुवनेश्वरी भारद्वाज, डॉ अरुण द्विवेदी, डॉ अनूप सिंह, डॉ लाल कृष्ण मिश्रा, डॉ मयंक भारद्वाज एवं डॉ गरिमा राजे उपस्थित थे।

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