नई दिल्ली। कुलभूषण जाधव से मिलने पाकिस्तान गये परिवार के साथ किये गये दुर्व्यवहार के मामले में लोकसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कड़े शब्दों में निंदा की है। उनके बयाने के बाद लोकसभा में पाकिस्तान की इस शर्मनाक हरकत पर मुर्दाबाद के नारे लगे। जासूसी के आरोप में पाकिस्तान ने 10 अप्रैल 2017 को कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई थी। जिस पर इंटरनेशनल कोर्ट ने 18 मई को रोक लगा दी थी।
पाकिस्तान ने समझौते का नहीं किया पालन
सुषमा स्वराज ने पहले राज्यसभा और बाद में लोकसभा में कहा, ‘हम कुलभूषण के मामले को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में ले गए और उनकी फांसी रुकवाने में कामयाब भी रहे।’
उन्होंने कहा, ’22 महीने बाद एक मां की अपने बेटे से और एक पत्नी की अपने पति से हुई मुलाकात में समझौते का उल्लंघन किया गया। मां और पत्नी पर ताने मारे गये, अपमानित किया गया और उनके कपड़े बदलवाए गए। यह शर्मनाक है।’
पाकिस्तान उच्चाधिकारियों ने ‘कुलभूषण की उनके परिवार के साथ मीटिंग में पाकिस्तान ने मानवता को शर्मशार करने वाली हरकतें की। इसके साथ पाकिस्तान के अधिकारियों ने उन्हें डराने की कोशिश की है।’
विदेश मंत्री ने कहा, ‘कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी ने मुझे बताया कि मुलाकात के वक्त वह बहुत दबाव में थे। वह पाक के दबाव में वही बोल रहे थे जो उन्हें बोलने को मजबूर किया गया था। कुलभूषण को शीशे की दीवार के पीछे रखकर स्पीकर फोन से बात करवाई गई।