दक्षिणी पूर्वी यूक्रेन में स्थित जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा केंद्र पर रूस ने ताबड़तोड़ मिसाइल और ड्रोन से अटैक किए हैं। इससे परमाणु संयंत्र अलग-थलग पड़ गया है और उसकी बाहरी बिजली सप्लाई काट दी गई है।
रूसी अधिकारी व्लादिमीर रोगोव ने कहा कि यूक्रेन द्वारा नियंत्रित बिजली लाइन को डिस्कनेक्ट करने के बाद संयंत्र को बाहरी बिजली आपूर्ति से “पूरी तरह से” काट दिया गया है।
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रूसी प्रशासन ने टेलीग्राम पर लिखा है, “हाई-टेंशन लाइन कट जाने के कारण, न्यूक्लियर पावर प्लांट ने अपनी बाहरी बिजली आपूर्ति खो दी है।” रिपोर्ट में कहा गया है कि आउटेज के कारणों की जांच की जा रही है और परमाणु केंद्र में डीजल जनरेटर से बैकअप व्यवस्था बहाल की जा रही है।
दूसरी तरफ इसी एजेंसी ने चेतावनी दी है कि अगर 10 दिनों के अंदर इस संयंत्र को बाहरी शक्ति बहाल नहीं की जा सकी तो पूरी दुनिया रेडिएशन की जद में आ सकती है और इसके गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। निप्रो क्षेत्र के गवर्नर ने कहा कि रात भर हवाई हमले किए गए हैं, जिसमें चार रूसी मिसाइलें और 15 ड्रोन गिराए जा चुके हैं और कम से कम आठ नागरिक घायल हुए हैं।
यूक्रेन की परमाणु एजेंसी Energoatom ने रूस पर सोमवार सुबह हमला करने का आरोप लगाया। एजेंसी ने कहा कि रूसी हमले की वजह से न्य़ूक्लियर पावर प्लांट में बिजली गुल हो गई। एजेंसी ने आरोप लगाया है कि मार्च 2022 में मास्को के सैनिकों के नियंत्रण में इस प्लांट के आने के बाद से संयंत्र के “ब्लैकआउट मोड” में जाने का यह सातवां मामला है। हालांकि, Energoatom ने कहा कि जनरेटर के लिए 10 दिनों का पर्याप्त ईंधन भंडार है।