मानसून के केरल के शेष हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ और इलाकों, कर्नाटक, बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में अगले तीन से चार दिनों में आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं।मौसम विभाग ने जारी बयान में कहा कि केरल में मानसून के आगमन के अनुकूल स्थितियां बनी हुई हैं तथा दो-तीन दिनों के भीतर मानसून वहां दस्तक दे सकता है।
अच्छा मॉनसून भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत अहम है जो अब भी बहुत हद तक कृषि एवं संबंधित गतिविधियों पर आधारित है. मौसम विभाग ने कहा कि देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश के मौसम के दौरान सामान्य से लेकर सामान्य से ऊपर बारिश होने का अनुमान है.
मौसम विभाग का कहना है कि इस बार देश में मानसून अच्छा रहने का अनुमान है। अच्छी बारिश हो सकती है। इससे पावर डिमांड पर दबाव भी कम होगा। यह किसानों के लिए राहत की खबर है। वहीं, इस साल कृषि मंत्रालय ने रिकॉर्ड 314.51 मिलियन टन अनाज के उत्पादन का पूर्वानुमान जारी किया है। ज्यादा तीव्रता वाली बारिश की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं।
आईएमडी ने कहा कि ताजा मौसम संबंधी संकेतों के अनुसार दक्षिण अरब सागर के ऊपर निचले स्तरों में पछुआ हवाएं तेज और गहरी हो गई हैं। सैटेलाइट इमेजरी के अनुसार, केरल तट और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर में बादल छाए हुए हैं। इसलिए केरल में बारिश के साथ ही आईएमडी ने आठ जिलों- पथनमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्णाकुलम, इडुक्की, कोझीकोड, कन्नूर और कसारगोड- के लिये ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है जिसका मतलब है कि यहां कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है.