औरैया। उत्तर प्रदेश के औरैया में जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने शनिवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की ओर से खाद्य पदार्थों पर की गई प्रवर्तन कार्रवाई की समीक्षा की और प्रवर्तन कार्रवाई के अन्तर्गत संग्रहित नमूनों की जांच के उपरान्त प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर विधिक कार्रवाई हेतु वाद दायर करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी वर्मा ने शनिवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की जिलास्तरीय कमेटी के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने आगामी त्योहारों को देखते हुये संबंधित अधिकारियों को उप जिलाधिकारियों के पर्यवेक्षण में खाद्य पदार्थ एवं दुग्ध पदार्थों के नमूनों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया। किसी भी सूरत में व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं करने को निर्देशित किया।
औषधि निरीक्षकों को विशेष निर्देश दिया कि जनपद में स्थित सभी थोक व फुटकर औषधि की दुकानों का निरीक्षण करते हुए मानकों का अनुपालन सुनिश्चित कराएं। दुकानों पर निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित करें कि उचित केमिस्ट द्वारा निर्धारित वेशभूषा एवं परिचय पत्र सहित चिकित्सक की पर्ची पर ही औषधियों का विक्रय करें। ग्रामीण क्षेत्रों में भी पैक्ड खाद्य सामग्रियों, मिठाई की दुकानों व छोटी-बड़ी सभी विनिर्माण इकाइयों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने खाद्य सुरक्षा अधिकारी नगर को निर्देशित किया कि शहर क्षेत्रों में दुग्ध एवं खोवा तथा मिठाई की सैंपलिग कराएं तथा उसकी जांच रिपोर्ट के आधार पर कठोर कार्रवाई करें। उन्होंने बताया कि बेसन, पैकेट बंद नमकीन, तेल, मैगी सहित खाने-पीने से संबंधित सभी सामग्री की सैंपलिग कर जांच के लिए भेजवाएं। मेडिकल स्टोरों के थोक एवं फुटकर विक्रेताओं की भी जांच के निर्देश दिए गए। मेडिकल स्टोरों पर फार्मासिस्ट की उपस्थिति अनिवार्य करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि उसकी योग्यता की भी जांच करें, यदि फर्जी पाया जाता है तो उसका लाइसेंस रद्द किया जाए।
बैठक में अभिहित अधिकारी ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में 1007 निरीक्षण किये गये, 179 छापे मारे गए, 192 नमूनों को संग्रहीत किया गया, 224 जांच रिपोर्ट प्राप्त की गई। 2406500 रूपये का आर्थिक दंड लगाया गया। 96 आरसी जारी की गई। 6 कैंप लगाकर 300 खाद्य पंजीकरण किया गया।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर