औरैया। जिले में धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण, संवर्धन एवं विकास के लिए सक्रिय जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने शनिवार को जिले के सुप्रसिद्ध महामाई मंदिर पहुंच कर देवी मां के दर्शन किए। इस दौरान मंदिर के लिए जाने वाले मार्ग की जर्जर हालत देख जहां नाराजगी जताई वहीं वहीं मंदिर पर शुद्ध पेयजल आदि की व्यवस्था हेतु व्यापक सुधार के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी वर्मा ने इससे पूर्व नव गठित ट्रस्ट के माध्यम से देवकली व मंगला काली मंदिरों के सौंदर्यीकरण व संवर्धन एवं जनसुविधाओं हेतु जहां व्यापक स्तर पर कार्य शुरू कराये वहीं खानपुर चौराहा व जालौन चौराहा का नाम बदलकर देवकली चौराहा व मां मंगला काली चौराहा के नाम से रखने की प्रक्रिया पूर्ण करा चुके हैं। इस दौरान उन्होंने सपरिवार देवकली मंदिर पर पहुंच कर भगवान महाकालेश्वर को अपने हाथों से चांदी का मुकुट भी भेंट कर चुके हैं।
जनपद की धार्मिक व एतिहासिक धरोहरों के प्रति सजग जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने शनिवार को भाग्यनगर ब्लाक के गहेसर गांव स्थित महामाई मंदिर पहुंच कर वहां विराजमान ज्वाला देवी एवं गमा देवी के साथ नौ देवियों के दर्शन किए। महामाई मंदिर की महिमा का उल्लेख आल्हा खंड काव्य में भी मिलता है। जनश्रुति के अनुसार ये वही महामाई मंदिर है जहां पर आल्हा अपने भाईयों के साथ मां ज्वाला देवी की पूजा अर्चना करने आते थे।
इस दौरान जिलाधिकारी ने दिबियापुर से महामाई मंदिर होते हुए रामगढ़ के लिए जाने वाले मार्ग पर गहरे-गहरे गड्ढे व जर्जर हालत को देख नाराजगी जताई। इस दौरान उन्होंने बताया कि महामाई मंदिर तक जाने वाले संपर्क मार्ग का निर्माण जिला पंचायत से होगा, इस हेतु टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में दर्शनर्थियों हेतु जलजीवन मिशन के अंतर्गत जल्द ही यहाँ पर मीठे जल की व्यवस्था भी की जाएगी। साथ ही मेले में आने वाले श्रद्धालुओं हेतु मुख्य द्वार से मंदिर तक छाया हेतु शेड एवं बैठने हेतु बेंच की व्यवस्था भी करवाई जाएगी।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर