MTNL और BSNL की स्थिति ठीक होने का नाम नहीं ले रही है। दोनों ही कंपनियां नगदी के संकट का सामना कर रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक MTNL के 22 हजार कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिली है। वहीं BSNL के कर्मचारियों की जुलाई की सैलरी मिलना भी मुश्किल ही लग रहा है। फिलहाल दोनों ही कंपनियों में कर्मचारियों की सैलरी को लेकर दिक्कत बढ़ गई है। MTNL और BSNL ने वेंडर्स के पेमेंट को भी रोक दिया है।
गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में गठित मंत्री समूह ने घाटे में चल रही सरकारी दूरसंचार कंपनियों बीएसएनएल (BSNL) और एनटीएनएल (MTNL) के पुनरुद्धार पर चर्चा भी की है। एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि बीएसएनएल और एनटीएनएल के पुनरुद्धार पर यह मंत्री समूह की पहली बैठक थी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कानून एवं दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद के साथ दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदरराजन, अतिरिक्त सचिव अंशु प्रकाश और बीएसएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पी के पुरवार बैठक में शामिल हुए थे। बता दें कि यह दूसरी बार है जब बीएसएनएल और एनटीएनएल के पुनरुद्धार के लिए एक मंत्री समूह का गठन किया गया है।
बता दें कि बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए केंद्र सरकार 74,000 करोड़ रुपये के बेलआउट पैकेज पर भी विचार कर रही है। इसके तहत दोनों कंपनियों के हजारों कर्मचारियों को VRS लेने को लेकर तैयार करने के लिए शानदार एग्जिट पैकेज पेशकश की जाएगी।