लखनऊ। मेडिकल क्षेत्र को बहुत ही एलीट क्षेत्र माना जाता है और आम व्यक्ति की नज़र में इस क्षेत्र में काम कर रहे डॉक्टर्स की छवि बहुत ही सभ्य, सुसंस्कृत और कानून का पालन करने वाले देश के जिम्मेदार नागरिकों की होती है। लेकिन यूपी की राजधानी की राजाजीपुरम कॉलोनी के ऍफ़ ब्लाक कुँवर ज्योति प्रसाद वार्ड में चल रहे अंकुर नर्सिंग होम के प्रबंधन में लगे डॉक्टर्स द्वारा गैरकानूनी काम खुलेआम करने के बाद क्षेत्र में की जा रही है। दबंगई का आलम यह है कि लखनऊ नगर निगम भी इस नर्सिंग होम द्वारा किये गए अवैध अतिक्रमण को अपने अकेले दम पर हटाने में डर रहा है और इसीलिए निगम के जोन 2 के जोनल अधिकारी ने स्थानीय थाना तालकटोरा और पुलिस उपायुक्त पश्चिमी को पत्र लिखकर शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु क्षेत्रीय पुलिस बल उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।
नगर निगम की यह कार्यवाही समाजसेविका उर्वशी शर्मा की शिकायत पर की जा रही है. उर्वशी बताती हैं कि अंकुर हॉस्पिटल के प्रबंधन ने नाली और फुटपाथ पर अतिक्रमण कर रखा है। जिसके सम्बन्ध में उनकी मोबाइल हेल्पलाइन 8081898081 पर स्थानीय नागरिकों द्वारा नाली और फुटपाथ पर बड़ा जेनरेटर रखकर प्रदूषण फैलाने, सार्वजनिक सड़क पर अवैध पार्किंग बनाकर मार्ग अवरुद्ध करने तथा स्थानीय नागरिकों द्वारा विरोध करने पर उन्हें डराने धमकाने आदि की शिकायतें प्राप्त होने पर उन्होंने नगर निगम लखनऊ में जनसुनवाई शिकायत भेजकर अतिक्रमण हटाने का अनुरोध किया था जिस पर आज कार्यवाही प्रस्तावित है।
निगम के जोन 2 के जोनल अधिकारी ने इस पत्र की प्रति निगम के नगर अभियंता को इस अनुरोध के साथ भेजी है कि वे निर्धारित तिथि से पूर्व नियमानुसार चिन्हांकन करते हुए ट्रक, जेसीबी सहित स्टाफ तथा सहायक अभियंता को भी कार्यवाही के सम्बन्ध में निर्देश दें। इस पत्र की प्रति अपर नगर आयुक्त को सूचनार्थ तथा जोन 2 के कर अधीक्षक एवं राजस्व निरीक्षक को अतिक्रमण दस्ते सहित अभियान में उपस्थित रहकर सहयोग करने के लिए भेजी है।
उर्वशी ने बताया कि उनको उम्मीद है कि आज अंकुर नर्सिंग होम का अवैध अतिक्रमण हटा दिया जायेगा साथ ही उर्वशी ने महापौर संयुक्त भाटिया से सार्वजनिक अपील की है कि वे एक अभियान चलाकर लखनऊ की परिसीमा में स्थित सभी हस्पतालों और नर्सिंग होम्स का स्थलीय निरीक्षण कराकर आम सड़क और फुटपाथ को अतिक्रमण मुक्त करायें।
नोट : नगर निगम जोन – 2 के जोनल अधिकारी का पत्र वेबलिंक https://upcpri.blogspot.com/2022/08/blog-post_21.html से निःशुल्क डाउनलोड करके निःशुल्क प्रयोग किया जा सकता है.