- Published by- @MrAnshulGaurav
- Tuesday, August 09, 2022
लखनऊ। नई शिक्षा नीति 2020 को पूर्णतया लागू करने हेतु शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, नई दिल्ली को विद्यालयी शिक्षा की राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा को तैयार करने का उत्तरदायित्व सौंपा गया है। इस हेतु विभिन्न नागरिक समाज समूहों के साथ पूरे देश में अनेक विमर्श कार्यशालायें आयोजित करने की तैयारी है। पूरे देश को विभिन्न ज़ोन में बाँटकर ये कार्यशालायें आयोजित की जानी है।
लखनऊ विश्वविद्यालय को भी उत्तर जोन 2 की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है जिसका क्षेत्र सम्पूर्ण उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड राज्य है। यह एक महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व है और इसी कड़ी में कल लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग में एक विमर्श कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में पाँच विश्वविद्यालयों के कुलपति, अनेक शैक्षिक एवं अनुसंधान संस्थायें, विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत स्वयंसेवी संस्थायें, उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थानों के प्रधानाचार्य इत्यादि प्रतिभाग कर रहे हैं।
एकदिवसीय गहन विचार विमर्श के पश्चात जो सुझाव प्राप्त होंगे उन्हें एन.सी.इ.आर.टी. को प्रेषित किया जायेगा, ताकि उसके अनुरूप विद्यालयी पाठ्यक्रम की रुपरेखा तैयार की जा सके। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण कार्यशाला है जिसमें विद्यालयी शिक्षा से जुड़े सभी लोग अपनी-२ अपेक्षाओं, शिक्षा में सुधार हेतु अपने सुझाव प्रस्तुत करेंगे ताकि नई शिक्षा नीति-2020 का अनुपालन सही प्रकार से सुनिश्चित किया जा सकें।