वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जारी जंग में में भारत अपने पड़ोसी देशों की लगातार मदद कर रहा है। इस कड़ी में रविवार को भारतीय नौसेना का जहाज शक्ति 100 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन लेकर श्रीलंका पहुंचा गया है। इस द्वीपीय देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इससे निपटने के लिए भारत ने श्रीलंका को यह मदद भेजी है। भारत की इस सहायता को भारतीय विदेश मंत्रालय की ‘सागर’ और ‘पड़ोस प्रथम’ की नीति के तौर पर देखा जा रहा है।
कोरोना के खिलाफ जारी जंग में पड़ोसी देशों की मदद कर रहा भारत।
इस संबंध में कोलंबो स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर जानकारी दी है। अपने ट्वीट में दूतावास ने कहा कि ”श्रीलंका के लोगों के लिए भारत के लोगों की ओर से शुभकामनाओं और सद्भावना से भरी, भारतीय नौसेना की पोत शक्ति 100 टन ऑक्सीजन लेकर कोलंबो पहुंच गई है।
एक अन्य ट्वीट में दूतावास ने कहा कि ‘आईएनएस शक्ति का श्रीलंका के बंदरगाह मंत्री रोहिता अबेगुणवर्धना और भारत के उप उच्चायुक्त विनोद के.जैकब ने कोलंबो में स्वागत किया। इसके बाद ट्रकों में ऑक्सीजन कंटेनर लोड किए जा रहें हैं।
श्रीलंका के राष्ट्रपति के अनुरोध पर भारत ने भेजी मदद
भारतीय दूतावास ने अपने एक बयान में कहा कि भारत ने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के विशेष अनुरोध पर श्रीलंका को यह मदद पहुंचाई है। बीते 19 अगस्त 2021 को विशाखापत्तनम से नौसेना का पोत 100 टन (5 कंटेनर) लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन लेकर कोलंबो के लिए रवाना हुआ था, जो रविवार को कोलंबो पहुंच गया। यही नहीं श्रीलंकाई नौसेना का जहाज ‘शक्ति’ भी 40 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन लेकर चेन्नई से कोलंबो के लिए रवाना हुआ। बयान में कहा गया, यह एक अनूठी घटना है जब दो ‘शक्ति’ जहाजों ने भारत में दो अलग-अलग बंदरगाहों से एक ही समय में एक ही उद्देश्य के लिए अपनी यात्रा शुरू की।’इसके अलावा इस सप्ताह हल्दिया और चेन्नई बंदरगाहों से 140 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन कोलंबो पहुंचने की उम्मीद है।
समय-समय पर श्रीलंका की मदद कर रहा है भारत
भारत ने महामारी के दौरान समय-समय पर श्रीलंका को सहायता मुहैया कराई है। अप्रैल-मई 2020 में 26 टन के करीब आवश्यक चिकित्सकीय सामग्री उपहार में दी गई थी। भारत ने जनवरी 2021 में कोविड-19 रोधी वैक्सीन की पहली खेप भेजी थी, जिसके बाद देश में टीकाकरण अभियान शुरू हुआ था। श्रीलंका में हाल के दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहें हैं। संक्रमण से रविवार को 200 और लोगों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या 7,000 से अधिक हो चुकी है।