नियंत्रण रेखा हो या फिर वास्तविक नियंत्रण रेखा, दोनों ही सीमाओं पर दुश्मन देशों की चुनौती बनी रहती है। एक तरफ पाकिस्तान है तो दूसरी तरफ चीन। हालांकि, भारतीय सेना मुस्तैदी से दोनों देशों की नापाक कोशिशों को विफल करती रहती है।
यह लड़ाकू विमान अब 6.5 टन वजन ले जाने में सक्षम होगा। अभी विमान की क्षमता महज 3.5 टन भार ले जाने की है। नई क्षमता के चलते विमान में दूर तक मार करने वाली मिसाइलें लगाना संभव होगा। नए तेजस को इस कदर घातक बनाया गया है कि पाकिस्तान भी कांप उठेगा।
भारत ने हाल के दिनों में जमीन से लेकर आसमान तक में अपनी क्षमता का विस्तार किया है। विदेशों से घातक हथियारों और विमानों की खरीद के साथ-साथ स्वदेशी तकनीक में भी इजाफा हुआ है। इसी प्रक्रिया में हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा तैयार किए जा रहे तेजस के नए संस्करण मार्क-2 की मारक क्षमता में इजाफा किया गया है।