वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज दूसरी बार मोदी सरकार की ओर से लोकसभा में आम बजट पेश किया। निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण पढ़ना शुरू कर दिया है। लोकसभा ओम बिरला ने उनको बजट पेश करने की मंजूरी देते हुए कहा कि दशक का पहला बजट पेश करने के लिए उनका अभिनंदन। पीली साड़ी पहनकर आई निर्मला सीतारमण ने भाषण की शुरुआत में लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी की अगुवाई में मिली जीत का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि न यह प्रचंड जनादेश था बल्कि स्थाइत्व देने वाला है। GST का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने अरुण जेटली को याद किया और कहा कि उनकी दूरदर्शिता के चलते GST लागू हुआ और इससे डरावना इंस्पेक्टर राज खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि बैंकिंग सिस्टम में सुधार आया है। अब तक 40 करोड़ का जीएसटी फाइल हो चुका है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की बुनियाज मजबूत है और 2014 से 2019 के बीच सरकारी कामकाज में बदलाव आया है। सीतारमण ने ऐलान किया कि अप्रैल 2020 में गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी GST का आसान वर्जन आएगा। इससे छोटे व्यापारियों को आसानी होगी।
वहीं निर्मला सीतारमण ने कहा कि 27.1 करोड़ लोग गरीबी की रेखा से नीचे आए हैं, 2019 में सरकार का कर्ज घटकर जीडीपी का 48.7 फीसदी हो गया है। करेक्शन – 27.1 करोड़ लोग गरीबी की रेखा से बाहर लाया गया है, 5 साल में fdi निवेश 28400 करोड़ डॉलर हुआ है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार महंगाई को काबू करने में कामयाब हुई है। बीते साल 16 लाख से ज्यादा नए करदाता जुड़े हैं। जीडीपी में हमारा कर्ज अनुपात घटा है।
बता दें कि बजट पेश करते हुए निर्मला सीतारमण ने कश्मीरी शेर पढ़ा। उन्होंने कहा- ‘हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसे, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन-तेरा वतन-हमारा वतन-दुनिया का सबसे प्यारा वतन।’
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि छोटे और मझोले उद्योगों को राहत मिली है।वित्त मंत्री ने दावा करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने व्यवस्था को बदल डाला है। पीएम मोदी के नारे सबका साथ, सबका विश्वास का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने पीएम आवास योजना का भी जिक्र किया।