• उत्तर रेलवे ने स्क्रैप की बिक्री से 603 करोड़ रूपये अर्जित किए
• संरक्षा और ढांचागत कार्यों की समीक्षा
• समयपालनबद्धता को बेहतर बनाने पर बल
नई दिल्ली। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने आज उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों एवं मंडल रेल प्रबंधकों के साथ एक कार्य-निष्पादन समीक्षा बैठक का आयोजन किया। बैठक में गतिशीलता में वृद्धि और अन्य विकासात्मक कार्यों व माल लदान जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। उत्तर रेलवे ने समयपालनबद्धता के बेहतर रिकॉर्ड को बनाए रखा है और रेलगाड़ियों के समय से चलने पर विशेष बल दिया है। उन्होंने बताया कि संरक्षा के अलावा गतिशीलता बढ़ाने जैसे कार्य उत्तर रेलवे की प्राथमिकता हैं।
उन्होंने रेलपथों, वैल्डों के अनुरक्षण मानकों और रेलपथों के निकट पड़े स्क्रैप को हटाने के लिए जोन द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने मण्डलों को गतिशीलता बढ़ाने संबंधी कार्यों में तेजी लाने और कार्यों की प्रगति की जांच करने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए।
उन्होंने चल रहे मानसून सीजन के दौरान संरक्षा बढ़ाने पर बल दिया और रेल परिचालन के दौरान आने वाली बाधाओं को समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए। श्री गंगल ने कहा कि जब भी आवश्यक हो संबंधित कर्मचारियों को परामर्श व प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेल पटरियों की दरारों और रेल वैल्डों की गहन निगरानी की जानी चाहिए और कोई त्रुटि नहीं छूटनी चाहिए।
श्री गंगल ने बताया कि 28.02.2023 को बंद हुई नीलामी के बाद, उत्तर रेलवे चालू वित्त वर्ष में 603.27 करोड़ रूपये मूल्य के स्क्रैप निपटान से 600 करोड़ का आंकड़ा पार करने वाली पहली क्षेत्रीय रेलवे बन गई है। इससे भारतीय रेलवे की सभी क्षेत्रीय रेलों और उत्पादन कारक्षानों में उत्तर रेलवे पहले स्थान पर आ गई है ।
इस प्रक्रिया में, उत्तर रेलवे ने त्वरित समय में 3354 नीलामियों में 3375 लॉट की बिक्री की है । उन्होंने कहा कि जीरो स्क्रैप का दर्जा हासिल करने के लिए मिशन मोड में रेल भूमि से स्क्रैप को हटाने के मद्देनजर उत्तर रेलवे के उन सभी स्थानों, जहां स्क्रैप उपलब्ध है, को साफ करने के लिए सभी मंडल रेल प्रबंधकों और अन्य रेल अधिकारियों ने प्रयास किए हैं.
फ्रेट बिजनेस डेवलपमेंट पर बात करते हुए महाप्रबंधक ने बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों को रेल उपयोगकर्ताओं के बीच विश्वास और सहयोग का वातावरण बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे द्वारा दी जाने वाली रियायतें उसके सभी ग्राहकों तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने बताया कि खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में प्रत्येक माह के साथ वृद्धि बनी हुई है। उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिपोर्टर-दया शंकर चौधरी