लालगंज/रायबरेली। जनपद और उसके निवासियों को अपना परिवार मानने वाली कांग्रेस की अध्यक्षा और जिले की सांसद सोनिया गांधी का आखिर दलित की मौत के बाद भी अपने संसदीय क्षेत्र न आना लोगों के लिये कौतूहल का विषय बना हुआ है।क्या कांग्रेस दलित गरीब रिका चालक मोहित और उसके परिवार को रायबरेली जनपद का निवासी व परिवार नही मानती है।
क्या दलित परिवार का होना मोहित के लिये अभिाप है तभी तो कांग्रेस का कोई बडा नुमायंदा पूरे बैजू बेहटा कला गांव नही पहुंचा है। चुनाव के समय रायबरेली जनपद के मतदाताओं को रिझाने के लिये कांग्रेस का गांधी परिवार जिले की जनता को अपना परिवार कहकर वोट तो झटक लेती है लेकिन मुसीबत के समय गांधी परिवार का कोई प्रतिनिधि जिले पहुंचने से कन्नी काट लेता है।
वैसे तो पूरा जिला वर्तमान मे सुविधाओं के अभाव मे कराह रहा है लेकिन दलित मोहित की मौत के बाद भी कांग्रेस परिवार से जिले न पहुंचना जनता के मन मे खटक रहा है।वैसे तो कांग्रेस के प्रदे अध्यक्ष भी दूसरी जगहों पर जाते है लेकिन रायबरेली जनपद मे हुयी दलित की मौत से उन्हे भी कोई लेना देना नही दिखायी पड़ रहा है।
अगर यही स्थिति बनी रही तो जनता निचित तौर पर गांधी परिवार से दूर हो जायेगी।आखिरकार अगर सोनिया गांधी नही आ सकती है तो चुनाव के समय गांव गांव घूमने व जनता को रिझाने वाली कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी कहां है।क्या उन्हे भी दलित की मौत से कोई लेना देना नही है।मात्र ट्यूटर पर ट्वीट कर दलित की मौत से किनारा कर लिया।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा