उत्तर रेलवे प्रशासन ने कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए Lucknow की 15 रेल बोगियों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने का काम शुरू कर दिया है। इससे भविष्य में अस्पताल में जगह नहीं मिलने पर कोरोना के मरीजों को यहां रखा जा सकेगा।
महाप्रबन्धक राजीव चौधरी ने बताया कि कोरोना से संक्रमित मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए उत्तर रेलवे प्रशासन ने रेल बोगियों को आइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार करने का काम शुरू कर दिया है।
ताकि विपरीत परिस्थितियों में अस्पताल में जगह नहीं मिलने पर कोरोना मरीजों को यहां पर रखा जा सके। उन्होंने बताया कि उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में 15 रेल बोगियों को आइसोलेशन वार्ड के रूप में बनाया जा रहा है।
इन बोगियों में कोरोना से बचाव के लिए सभी सुविधाएं और उपकरण लगाये जायेंगे। इसके साथ ही सभी मंडलों को लॉकडाउन रहने तक कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए स्वच्छता और सामाजिक दूरी बनाये रखने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की स्थिति में रेल सेवा में कार्यरत लोको पायलट, गार्ड और रनिंग कर्मचारियों की ड्यूटी अब ऐसे लगायी जाएगी ताकि वह हर दिन ड्यूटी करके घर और बेस स्टेशन लौट सकें।
इसके अलावा गैंगमैन कर्मचारियों का भी रोस्टर अब बदला जाएगा और आवश्यक कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। इन कर्मचारियों के उपकरण भी अब अलग रखे जाएंगे। इसके अलावा भविष्य में ऐसी घटना के लिए तैयार रहने का निर्देश उत्तर रेलवे के कर्मचारियों को दे दिया गया है।