रायबरेली। औघड़ भगवान राम कुष्ट सेवा आश्रम मुंशीगंज में कार्तिक पूर्णिमा महोत्सव एवं आश्रम का Anniversary वार्षिकोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। श्री सर्वेश्वरी त्वम् पाहिमाम् शरणागतम् का 24 घन्टे का अखण्ड संकीर्तन सम्पन्न हुआ। सफलयोनि का पाठ एवं हवन-पूजन सम्पन्न हुआ।इस अवसर पर आश्रम परिसर में होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का शुभारम्भ पूर्व सचिव नगर विकास श्रीप्रकाश सिंह के द्वारा किया गया।इस शिविर में 250 रोगियों का निःशुल्क परीक्षण कर औषधि वितरित की गयी। चिकित्सा शिविर में डा0 रमेश सिंह, डा0 सुनील तिवारी, आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डा0 संजय सिंह, डा0 शशांक द्विवेदी उपस्थित रहे।
Anniversary के अवसर पर
वार्षिकोत्सव Anniversary के अवसर पर गोष्ठी में श्री सर्वेश्वरी समूह के संस्थापक परम पूज्य अघोरेश्वर महाप्रभु के तैल चित्र पर श्रीप्रकाश सिंह एवं श्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने मार्ल्यापण एवं दीप प्रज्जवलन किया। रमेश चन्द्र पाल, आर0क0े यादव, बृजेश सिंह, मनीष सिंह ने अतिथियों का मार्ल्यापण किया।
गोष्ठी में कुसुम सिंह ने गणेश वन्दना की तथा सरला शुक्ला, पुष्पा श्रीवास्तव ने भजन प्रस्तुत किया।लखनऊ शाखा से पधारे भोलानाथ त्रिपाठी, सत्येन्द्र सिंह, प्रियंका राजा हर्षेन्द्र सिंह, आर0एस0 सिंह, डा0 एस0पी0 सिंह मन्त्री श्री सर्वेश्वरी समूह ने विचार व्यक्त किये।
मुख्य अतिथि श्रीप्रकाश सिंह पूर्व सचिव नगर विकास ने बच्चों में संस्कार डालने तथा भावी पीढ़ी में जो संक्रमण हो रहा है, उससे बचने पर जोर दिया।श्री सिंह ने कहा कि आज राजा तथा सन्त दोनों में नैतिकता की आवश्यकता है।युवा पीढ़ी को कर्म एवं व्यवहार में जागरूकता की आवश्यकता है। हमारा देश धर्म एवं मानवता का प्रतीक रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राघवेन्द्र प्रताप सिंह (यू0पी0 कालेज बनारस) ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि भारत देश इसलिए विश्व गुरू है, क्योंकि मानवता की सेवा करता है।तभी वसुधैव-कुटुम्बकम् का सिद्धान्त सार्थक है।महाप्रभू के विचार अनुभव कार्य व्यवहार में दिखने चाहिए, जहाँ रहें वहीं गुरू के नाम की सेवा करें।
अन्त में व्यवस्थापक लाल साहब सिंह ने स्व आत्माराम का कीर्तन कराया।रायबरेली शाखा के उपाध्यक्ष राघवेन्द्र मिश्र ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इसी क्रम में आश्रम परिसर में अघोरेश्वर भगवान राम जी की स्मृति में दीपदान का कार्यक्रम भी भक्तों द्वारा सम्पन्न किया गया।