रिपोर्ट-डॉ.दिलीप अग्निहोत्री
लखनऊ। यदि कोरोना आपदा व लॉक डाउन न होता तो इस समय लखनऊ विश्वविद्यालय की परीक्षाएं चल रही होती। सेमेस्टर कोर्स में भी व्यवधान आया है। ऐसे भविष्य की योजनाओं पर विचार हेतु कॉलेज विकास परिषद को ऑन लाइन मीटिंग कुलपति प्रो आलोक कुमार राय की अध्यक्षता आयोजित की गई। इसमें लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध लगभग एक सौ इक्यावन कॉलेजों के प्राचार्य, प्रतिनिधि शामिल हुए।
कुलपति ने लॉक डाउन के समय विश्वविद्यालय द्वारा किए गए कार्यों से सभी को अवगत कराया। इसके अलावा उन्होंने प्राचार्यों से उनके यहां संचालित हो रहे पाठ्यक्रमों के पूर्णता के बारे में जानकारी प्राप्त की। लगभग सभी ने अवगत कराया कि उनके यहां स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर लगभग पच्छत्तर से पच्चासी प्रतिशत तक पाठ्यक्रम पूर्ण कर लिया गया है। लंबित मिड सेमेस्टर पर भी विचार किया गया। प्रो आलोक कुमार ने इस संबंध में विश्वविद्यालय स्तर पर एक कमेटी गठित कर दी गई है, जिसके निर्णय से सभी को अवगत करा दिया जाएगा। उन्होने आग्रह किया कि संबंधित शिक्षक तैयार कर ले।
इस संबंध में कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। इसके दो विकल्प हो सकते है। प्रश्न पत्र ई मेल अथवा लिफाफा से मंगाया जा सकता है। यदि कमेटी लिफाफे से मंगाने की सिफारिश करेगी, तब संबंधित शिक्षकों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। विश्वविद्यालय अपना वाहन भेज कर संबंधित शिक्षक से प्रश्न पत्र प्राप्त कर लेगा।
कुलपति ने कहा कि जो भी कालेज के शिक्षक अपना ई कंटेंट विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कराना चाहते हैं। वह संबंधित विषय के विभागाध्यक्ष के पास अपना मटेरियल भेज दें। अगर विभागाध्यक्ष को उपयुक्त लगा तो हम उस शिक्षक के नाम और कॉलेज के नाम के साथ उसके कंटेंट को लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर देंगे। यह बैठक डॉ मधुरिमा लाल, अधिष्ठाता कॉलेज विकास परिषद ने आहूत की थी। यह जानकारी लखनऊ विश्वविद्यालय के सूचना व जनसम्पर्क निदेशक डॉ दुर्गेश श्रीवास्तव ने दी।