पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के केंद्रीय अनुबंध से बाहर किए गए तेज गेंदबाज वहाब रियाज ने कहा है कि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से लगातार नजरअंदाज किए जाने के कारण इससे संन्यास लेने का फैसला किया था. माना जा रहा है कि वहाब रियाज को टेस्ट क्रिकेट छोड़ने के कारण ही केंद्रीय अनुबंध में जगह नहीं मिली, लेकिन इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा कि उन्हें अक्टूबर 2018 के बाद पाकिस्तान की टेस्ट टीम में नहीं चुना गया था, जो इस प्रारूप से संन्यास लेने का मुख्य कारण था.
वहाब रियाज ने एक साक्षात्कार में कहा, मैंने अक्टूबर 2017 में एक टेस्ट मैच खेला था और इसके बाद मुझे अगला मौका इसके ठीक एक साल बाद अक्टूबर में ही आस्ट्रेलिया के खिलाफ सपाट पिच पर मिला और इसके बाद मुझे टीम से बाहर कर दिया गया.
पाकिस्तान की तरफ से 27 टेस्ट, 89 वनडे और 31 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले इस तेज गेंदबाज ने कहा, अगर मैं नहीं खेल सकता तो फिर यह फॉर्मेट मेरे लिए नहीं बना है. मैं लिमिटेड ओवरों की क्रिकेट पर ध्यान देने लगा क्योंकि मुझे लगा कि टी20 और वनडे पर ध्यान केंद्रित करना बेहतर होगा.
टेस्ट क्रिकेट में 2010 में पदार्पण करने वाले वहाब रियाज और एक और अन्य तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर को पीसीबी ने पिछले महीने अपने नये केंद्रीय अनुबंध में जगह नहीं दी. इन दोनों का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना इसका मुख्य कारण माना गया था. वहाब रियाज ने कहा, मैं फिट हूं और अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं. मैं लिमिटेड ओवरों की क्रिकेट में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करना चाहता हूं. केंद्रीय अनुबंध में नहीं लेना यह क्रिकेट बोर्ड के हाथ में है.
आपको बता दें कि तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर और वहाब रियाज ने अपने केंद्रीय अनुबंध गंवा दिए और अधिकारियों ने कहा कि चयनकर्ता युवा तेज गेंदबाजों को बढ़ावा देना चाहते हैं. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने भी पुष्टि की कि जुलाई में शुरू होने वाले आगामी सत्र के लिए अजहर अली टेस्ट कप्तान जबकि बाबर आजम वनडे और ट्वेंटी20 कप्तान होंगे.
केंद्रीय अनुबंध में 18 खिलाड़ियों को तीन वर्गों में बांटा गया है, जिसमें उन्हें 12 महीने के लिए मासिक वेतन के अलावा अन्य लाभ मिलेंगे. तेज गेंदबाज नसीम शाह को पहली बार ‘सी’ वर्ग में अनुबंध में शामिल किया गया है. एक अन्य युवा तेज गेंदबाज शाहीन शाह ‘ए’ वर्ग में पहुंचने में सफल रहे. वह पिछले 12 महीने में पाकिस्तान के लिए सभी तीनों प्रारूपों में शामिल थे.
मुख्य चयनकर्ता और मुख्य कोच मिसबाह उल हक ने कहा, चयनकर्ताओं ने आमिर और वहाब को बाहर करने का मुश्किल फैसला किया जिन्होंने सफेद गेंद पर ध्यान देने का फैसला किया है. यह सही कदम था. आमिर ने 28 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी जबकि रियाज ने टी20 मैचों पर ध्यान लगाने के लिए टेस्ट से अनिश्चितकाल के लिए ब्रेक लिया था.