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पाक में फिर एक बार सैनिक शासन की हो चुकी है तैयारी, इमरान खान की बढ़ी मुसीबते

इमरान ख़ान अपने देश की सेना व विपक्ष का विश्वास खो चुके हैं, लिहाज़ा इमरान के तख्तापलट की तारीख ‘तय’ हो गई है। एक लाइन की समाचार ये है कि इमरान खान की विदाई होने वाली हैया यूं कहें कि पाक में फिर एक बार सैनिक शासन की तैयारी हो चुकी है क्योंकि पाक के बड़े बिजनेसमैन के साथ पाक की राजधानी इस्लामाबाद में मीटिंग नहीं होती है। मीटिंग होती है रावलपिंडी में जहां पाक की खुफिया एजेंसी का हेडक्वार्टर है। वैसे भी पाक की तरह वहां के पीएम इमरान ख़ान भी फेल हो चुके हैं।

सरकार के विरूद्ध गुस्से का लाभ उठाएगी बाजवा की सेना ?
पाक में सेना रेडियो स्टेशन, टीवी स्टेशन, दूर संचार भवन, संसद हर स्थान अतिक्रमण कर सकती है व पाक में फिर एक बार सेना के बूट की धमक सुनाई देगी। पाक में फिर एक बार एक चुनी हुई सरकार की बलि सेना लेने जा रही है। इस मीटिंग में पाक के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमर जावेद बाजवा ने पाक के बड़े कारोबारियों ने मुलाकात की. ये मुलाकात रावलपिंडी के आर्मी हाउस में की गई थी। मुलाकात के बाद पाक के के बड़े बिजनेस लीडर्स ने सेना प्रमुख के साथ डिनर भी किया। सूत्रों के मुताबिक बिजनेस लीडर्स ने बोला है कि इमरान सरकार अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए कोई बड़ा कदम नहीं उठा रही है।

पाकिस्तान के बड़े कारोबारियों ने इमरान खान से भी मुलाकात की थी लेकिन क्योंकि उनकी समस्य़ाओं को दूर करने के लिए इमरान खान ने कोई कदम नहीं उठाया इसलिए इन सभी बिजनेस लीडर्स ने अब आर्मी चीफ से मुलाकात की है।

इमरान के लिए क्यों ये खतरे की घंटी है ये समझिए
तो क्या पाक में इमरान की नहीं बाजवा की ज्यादा चलती है? क्या इमरान का बोला शब्द आखिरी नहीं माना जाता? क्या आर्मी चीफ ही पाक में सत्ता का सबसे बड़ा केन्द्र है? अफसोस यही है कि हर सवाल का जवाब हां में है। पाक ने पहले भी तख्तापलट देखें हैं, व फिर एक बार पाक का एक जनरल एक चुनी हुई सरकार को उखाड़ फेंके तो हैरानी नहीं होनी चाहिए।

इमरान खान के तख्तापलट का कोड 111 क्या है?
पाकिस्तानी सेना की ट्रिपल वन ब्रिगेड के अधिकारियों व सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। ट्रिपल वन ब्रिगेड रावलपिंडी में तैनात रहती हैट्रिपल वन ब्रिगेड रावलपिंडी में पाकिस्तानी सेना की गैरिसन ब्रिगेड है
इसलिए इसे COUP BRIGADE भी कहते हैं जो तख्तापलट के लिए कुख्यात है। इस ब्रिगेड का प्रयोग इससे पहले हुई लगभग हर सैन्य तख्तापलट में किया गया हैब्रिगेड के सभी अधिकारियों व सैनिकों को ड्यूटी पर लौटने के आदेश दिए गए हैं। पाक के राष्ट्रपति व पीएम की सुरक्षा का ज़िम्मा ब्रिगेड 111 के पास ही है।

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