नई दिल्ली। संसद का अगले सप्ताह शुरू होने वाला शीतकालीन सत्र काफी हंगामेदार होने के आसार हैं। इसके पीछे सरकार द्वारा तीन तलाक, उपभोक्ता संरक्षण, चिट फंड, डीएनए, गैर कानूनी गतिविधियों की रोकथाम जैसे विधेयकों समेत करीब तीन दर्जन से अधिक विधेयक पारित कराया जाना मुख्य मुद्दा है।
तीन तलाक संबंधी विधेयक पारित कराना
गौरतलब हो कि संसद का शीतकालीन सत्र ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब पांच राज्यों मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने वाले हैं।
कांग्रेस सफेट अन्य विपक्षी दल जहां राफेल , कृषि समस्याओं और सीबीआई अधिकारियों के बीच झगड़े को मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने का प्रयास करेगी।
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संसदीय कार्य मंत्री विजय गोयल ने कहा कि सरकार के लिए यह सत्र बेहद महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इस सत्र में तीन अध्यादेश के संबंध में विधेयक आने हैं। ‘‘हम तीन तलाक संबंधी विधेयक पारित कराना चाहते हैं।’’ उन्होंने कहा कि लोकसभा में पेश किये गए करीब 15 विधेयक और राज्यसभा में पेश 9 विधेयक पारित होने हैं साथ ही अन्य महत्वपूर्ण नये विधेयक भी पेश किये जाने हैं और पारित होने हैं।
राज्यसभा में कांग्रेस के सचेतक भुवनेश्वर कालिता ने कहा, ‘‘हम संसद सत्र के दौरान राफेल समेत अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे उठायेंगे और सरकार से उसका जवाब मांगेंगे।’’ कालिता ने कहा कि संसद में उठाये जाने वाले मुख्य विषयों की रूपरेखा पार्टी की बैठक में तय किया जायेगा।
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