लखनऊ। रालोद के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने श्रीराम जन्म भूमि के लिए खरीदी गयी ज़मीन में घोटालों को बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि जो लोग मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनाने में घोटाले पर घोटाला कर रहे हैं उन्हें श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार से ट्रस्ट को भंग कर नए लोगों को नामित करने और प्रदेश सरकार से घोटालों की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की है।
श्री दुबे ने आज जारी बयान मे कहा कि ढाई करोड़ की जमीन को साढ़े अठारह करोड़ में 5 मिनट बाद खरीद फरोख्त का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था, कि अयोध्या मे फिर एक घोटाला सामने आ गया। अयोध्या के महापौर के भांजे ने आपराधिक कृत्य करते हुए 20 लाख रूपये में नजूल की ज़मीन खरीदी और फिर उसी ज़मीन को ढाई करोड़ रूपये में ट्रस्ट को बेच दिया। यह घोटाला उस ट्रस्ट में हुआ जिसमें अयोध्या के डीएम शामिल हैं और भारत सरकार के सेवानिवृत्त उच्चाधिकारी महत्त्वपूर्ण भूमिका में है।
उन्होंने कहा कि जिन भगवान राम ने आदर्श प्रस्तुत करने के लिए सौतेली माँ के कहने पर 14 वर्ष का वनवास स्वीकार किया तथा एक धोबी के आरोप मात्र से निष्कलंक और पवित्र सीता माँ का परित्याग कर दिया था, ऐसे मर्यादा पुरुषोत्तम के मंदिर निर्माण में लगातार घोटालों की खबरें दुनिया भर के राम भक्तों की आस्था पर कुठाराघात कर रही हैं।