समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोरोना के इलाज में लगी मेडिकल टीम के साथ बदसलूकी के मामले देखते हुए लोगों से चिकित्सकों का सम्मान करने की अपील की है।
उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया कि कोरोनाकाल में जिन्हें भी वायरस से पीड़ित होने के लक्षण दिखें उन्हें स्वयं जांच के लिए आगे आना चाहिए व उन डॉक्टरों का सहयोग और सम्मान करना चाहिए जो अपना जीवन दांव पर लगाकर आपकी जान बचा रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि इसके साथ ही सरकार को भी लोगों को डराकर नहीं बल्कि विश्वास में लेकर सभी के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
वैश्विक आपदा कोरोना के खिलाफ एक तरफ चिकित्सक व अन्य मेडिकल स्टॉफ जहां अपनी जान जोखिम में डालकर इलाज में लगा हुआ है, वहीं कुछ लोग ऐसे में भी उनसे बदसलूकी से बाज नहीं आ रहे हैं। मुरादाबाद में बुधवार को पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों की टीम पर पथराव करने की ऐसी ही घटना सामने आई मामले में सात महिलाओं समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों पर कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
मुरादाबाद के नवाबपुरा इलाके में मस्जिद हाजी नेब के आसपास स्वास्थ्य विभाग की टीम पर बुधवार को कुछ लोगों ने हमला बोल दिया। हमले में एक डॉक्टर समेत कुछ स्वास्थ्य कर्मी घायल हुए थे। कुछ वाहन और एक एम्बुलेंस में भी तोड़फोड़ की गई। टीम पर हमला उस समय हुआ, जब वह इलाके के कुछ लोगों को क्वारंटीन करने के लिए गई थी। सोमवार को इसी इलाके के एक शख्स की मौत हो गई थी, जो कोरोना संक्रमित था। उनके परिवार को तत्काल क्वारंटीन कर दिया गया था, लेकिन बुधवार को उसके संपर्क में आने वाले कुछ लोगों को क्वारंटीन किया जाना था। इसी को लेकर टीम गई थी।
हमला करने पर लगेगी रासुका, सम्पत्ति से होगी नुकसान की भरपाई
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मियों पर हमला एक अक्षम्य अपराध है। ऐसे दोषी व्यक्तियों के खिलाफ आपदा नियंत्रण अधिनियम तथा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्यवाही की जाएगी। दोषी व्यक्तियों द्वारा की गई राजकीय सम्पत्ति के नुकसान की भरपाई उनसे सख्ती से की जाएगी।