Breaking News

भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बना फूलपुर विधानसभा का उपचुनाव, सीएम योगी ने संभाली कमान

प्रयागराज। फूलपुर विधानसभा सीट का उपचुनाव (Phulpur assembly by-election) भाजपा के लिए बड़ी चुनौती से कम नहीं है। 2024 के लोकसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर भाजपा से बढ़त लेनी वाली सपा उपचुनाव में भी कड़ी टक्कर देती दिखाई दे रही है। भारतीय जनता पार्टी के लिए इस विधानसभा का उपचुनाव किसी लिटमस टेस्ट से कम नहीं है।

सीएम योगी ने प्रमुख सचिव राजेश सिंह को हटाया, आईएएस अनिल गर्ग को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया

इसी वजह से पार्टी ने जहां पिछले दिनों ही डिप्टी सीएम केशव को इस सीट का प्रभारी बना दिया तो वहीं अब सीएम योगी ने भी ड्राइविंग सीट संभाल ली है। क्योंकि यह चुनाव 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है।

भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बना फूलपुर विधानसभा का उपचुनाव, सीएम योगी ने संभाली कमान

प्रदेश में अभी तक उपचुनावों की तिथि का ऐलान नहीं हुआ है लेकिन सभी पार्टियां जीत के लिए जोर लगाना शुरू कर चुकी हैं। भाजपा अयोध्या की मिल्कीपुर और फूलपुर विधानसभा सीट किसी भी कीमत पर जीतना चाह रही है। बुधवार को सीएम योगी इफको परिसर फूलपुर पहुंचे तो उन्होंने तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ देने के साथ ही अपने आक्रामक अंदाज में चुनावी माहौल बनाने का पूरा प्रयास भी किया।

वहीं, इंडी गठबंधन भी लोकसभा चुनाव की जीत को उपचुनावों में भी कायम रखने का दम भर रहा है। लोकसभा का चुनाव भले ही प्रवीण पटेल मामूली अंतर से चुनाव जीत गए हो लेकिन वह अपनी विधानसभा सीट पर बुरी तरह से हारे। यहां भाजपा को 89650 तो सपा प्रत्याशी को 107510 मत मिले। यानी इस सीट से सपा ने 17860 की लीड ली थी। अगर लोकसभा वाला परिणाम आया तो भाजपा के हाथ से यह सीट फिसल जाएगी। पिछले दो विधानसभा चुनाव से भाजपा यहां से चुनाव जीत रही है, जबकि उसके पूर्व 2012 में सपा तो 2007 में बसपा चुनाव जीती थी।

फूलपुर के 10647 युवाओं को दिए टैबलेट और स्मार्ट फोन

युुवाओं को अपने पाले में करने के लिए भाजपा यहां पूरी तन्मयता से जुटी है। बुधवार को इफको परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सरकार ने टैबलेट और स्मार्टफोन वितरण के लिए सर्वाधिक युवा इसी विधानसभा के चुने। 15448 में से इस विधानसभा के 10647 लाभार्थी रहे। इतना ही नहीं, जिले में जिन 407 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास हुआ उसमें 146 योजनाएं सिर्फ फूलपुर विधानसभा की ही रहीं।

2022 में भी भाजपा प्रत्याशी की जीत की मार्जिन कम थी

2022 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो भाजपा महज 2700 वोट से ही चुनाव जीत सकी थी। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में जब केशरी देवी पटेल को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया था तो उन्होंने 110137 वोट हासिल किए, जबकि सपा प्रत्याशी 99553 मत ही हासिल कर सके थे।

About News Desk (P)

Check Also

अयोध्या के सिद्ध पीठ हनुमत निवास में चल रहा है संगीतमयी श्री राम चरित मानस पाठ

अयोध्या। सिद्ध पीठ हनुमत निवास में भगवान श्रीराम और हनुमान के पूजन के साथ राम ...