प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को स्वच्छ भारत मिशन के लिए बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा ग्लोबल गोलकीपर अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस खास माैके पर पीएम ने कहा कि महात्मा गांधी की 150 जन्म जयंती पर मुझे ये अवार्ड दिया जाना मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि ये सम्मान मेरा नहीं बल्कि उन करोड़ों भारतीयों का है जिन्होंने स्वच्छ भारत के संकल्प को न केवल सिद्ध किया बल्कि अपनी जिंदगी में भी उसे शामिल किया।
चुनौती कैसी भी हो उस पर जीत हासिल की जा सकती
पीएम माेदी ने कहा अगर 130 करोड़ लोगों की जनशक्ति, किसी एक संकल्प को पूरा करने में जुट जाए, तो चुनौती कैसी भी हो उस पर जीत हासिल की जा सकती है। मोदी ने कहा कि जब उन्होंने पांच साल पहले स्वच्छ भारत अभियान के बारे में बात की थी, तो लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं थीं, लेकिन यदि आप अपने लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं तो इनका कोई महत्व नहीं है। मैं इसलिए इस पुरस्कार को उन लोगों को समर्पित करता हूं जिन्होंने स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन में सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
महिला जिसने शौचालय बनाने के लिए अपनी भेड़ बेची
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन बेशक उनकी सरकार द्वारा शुरू किया गया था, लेकिन बड़ी संख्या में आगे बढ़कर लोगों ने इसे संभाल लिया। पीएम मोदी ने कहा, मुझे लगता है कि उस महिला जिसने शौचालय बनाने के लिए अपनी भेड़ बेची थी। उस सेवानिवृत्त आदमी जिसने शौचालय के लिए अपनी पेंशन दान की थी, या वह महिला जिसने शौचालय बनाने के लिए अपना मंगलसूत्र बेचा था, इन सबका इसमें योगदान रहा। हालिया समय में इस तरह के अभियान के बारे में नहीं सुना गया है।
स्वच्छ भारत मिशन से महिलाओं को सबसे ज्यादा फायदा
प्रधानमंत्री ने कहा जब उन्होंने 2014 में सत्ता संभाली थी तब देश में 40 प्रतिशत से कम घरों में शौचालय थे और अब यह 100 प्रतिशत के करीब है। वहीं स्वच्छ भारत मिशन की सफलता से महिलाओं को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। माताओं और बहनों के लिए, घर के अंदर शौचालय नहीं होना सबसे बड़ी मुश्किल है, यह उनके स्वाभिमान के खिलाफ भी है। इसके अलावा गांवों आदि में स्कूलों में शौचालयों के अभाव के चलते लड़कियों को पढ़ाई छोड़ने और घर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ता था।
मुझे खुशी है कि आज महात्मा गांधी का सपना सच हो रहा
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट का हवाले से पीएम ने कहा कि घरों में शौचालय बनाने से 300,000 लोगों की जान बची। यूनिसेफ की रिसर्च रिपोर्ट पर कहा कि शौचालय वाला हर परिवार प्रति वर्ष 50,000 रुपये की बचत कर सकेगा। बिल एंड मेलिंडा गेट्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वच्छता में वृद्धि से महिलाओं का स्वास्थ्य व वजन सुधरा है। पीएम ने मुझे याद है कि गांधी जी ने कहा था कि उनका मानना है कि स्वच्छता स्वतंत्रता से अधिक महत्वपूर्ण है। मुझे खुशी है कि आज उनका सपना सच हो रहा है।