प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को शतरंज ओलंपियाड 2024 में इतिहास रचने वाले भारतीय धुरंधरों से मुलाकात की। भारत की पुरुष और महिला टीमों के खिलाड़ियों से पीएम अपने नई दिल्ली स्थित आवास पर मिले। इस दौरान उन्होंने भारतीय युवाओं के साथ शतरंज की बाजी भी खेली।
भारतीय खिलाड़ियों का ऐतिहासिक प्रदर्शन
भारत के पुरुष और महिला शतरंज खिलाड़ियों ने इतिहास रचते हुए 45वें शतरंज ओलंपियाड में विजेता बनने का गौरव हासिल कर लिया। शतरंज ओलंपियाड के 97 साल के इतिहास में पहली बार बेटों और बेटियों ने स्वर्ण जीता है। पुरुष टीम ने 11वें और अंतिम दौर में स्लोवेनिया को 3.5-0.5 से हराया और महिला टीम ने अजरबैजान को इसी अंतर से हराया।
पुरुषों ने 21 और महिलाओं ने 19 अंक हासिल किए
डी गुकेश, अर्जुन एरिगेसी, आर प्रज्ञानंद, विदित गुजराती और पी हरिकृष्णा की पुरुष टीम पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही और कुल 22 में से 21 अंक हासिल किए। पुरुषों में अमेरिका ने रजत और उज्बेकिस्तान ने कांस्य जीता। डी हरिका, आर वैशाली, दिव्या देशमुख, वंतिका अग्रवाल और तानिया सचदेव की महिला टीम ने 19 अंक हासिल किए। कजाकिस्तान को रजत और अमेरिका को कांस्य मिला भारतीय खिलाड़ियों का व्यक्तिगत प्रदर्शन भी शानदार रहा। गुकेश ने शीर्ष बोर्ड और अर्जुन ने तीसरे बोर्ड पर स्वर्ण जीता। महिलाओं में दिव्या देशमुख ने तीसरे और वंतिका अग्रवाल ने चौथे बोर्ड पर स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले 2014 और 2022 में पुरुषों ने कांस्य और महिलाओं ने 2022 में कांस्य पदक जीता था।