तेल अवीव: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि वह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ आगामी बैठक में गाजा पट्टी में ‘हमास पर जीत’, ईरान का मुकाबला करने और अरब देशों के साथ राजनयिक संबंध बढ़ाने जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे। व्हाइट हाउस में मंगलवार को नेतन्याहू के साथ होने वाली बैठक राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद ट्रंप की किसी विदेश नेता के साथ पहली बैठक होगी।
नेतन्याहू-ट्रंप की अहम बैठक
यह बैठक ऐसे समय में होगी, जब अमेरिकी और अरब मध्यस्थ गाजा पट्टी में युद्ध रोकने और बंधकों-कैदियों की अदला-बदली के लिए सोमवार से संघर्ष-विराम समझौते के अगले चरण पर सहमति कायम करने की कवायद शुरू करने वाले हैं। पिछले महीने संघर्ष-विराम के प्रभावी होने के बाद गाजा पट्टी पर फिर से नियंत्रण हासिल करने वाले समूह हमास ने कहा है कि वह युद्ध की समाप्ति और इजरायली बलों की पूर्ण वापसी के बाद ही दूसरे चरण में मुक्त किए जाने वाले बंधकों को रिहा करेगा।
नेतन्याहू पर है दबाव
नेतन्याहू पर उनके गठबंधन सहयोगी मार्च की शुरुआत में संघर्ष-विराम समझौते के पहले चरण की समाप्ति के बाद युद्ध में फिर से उतरने का दबाव बना रहे हैं। नेतन्याहू ने भी कहा है कि इजरायल अब भी हमास पर जीत और सात अक्टूबर 2023 के हमलों के दौरान अगवा किए गए सभी बंधकों की रिहाई के लिए प्रतिबद्ध है। इन हमलों के बाद गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच युद्ध छिड़ गया था।
इजरायल के समर्थक माने जाते हैं ट्रंप
फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप का इजरायल-हमास युद्ध को लेकर क्या रुख है। वह इजरायल के कट्टर समर्थक रहे हैं, लेकिन उन्होंने पश्चिम एशिया में युद्ध समाप्त करवाने का भरोसा दिलाया है और इजरायल-हमास के बीच संघर्ष-विराम समझौता कराने में मदद का श्रेय भी लिया है। इस समझौते के कारण गाजा पट्टी में लड़ाई फिलहाल रुक गई है और इजरायल से लगभग 15 महीने पहले अगवा किए गए 18 बंधकों की रिहाई संभव हो पाई है, जिसके बदले में इजरायल ने सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों को छोड़ा है। नेतन्याहू ने पश्चिम एशिया में शांति स्थापना के ट्रंप के आह्वान का समर्थन किया है।
इजरायली प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
रविवार को वाशिंगटन रवाना होने से पहले जारी बयान में इजरायली प्रधानमंत्री ने पश्चिम एशिया में हमास सहित अन्य आतंकी समूहों को ईरान के समर्थन का जिक्र करते हुए कहा कि वह ट्रंप के साथ “हमास पर जीत, अपने सभी बंधकों की रिहाई और ईरान समर्थित आतंकवादी संगठनों से सभी मोर्चों पर निपटने पर चर्चा करेंगे।” नेतन्याहू ने कहा कि साथ मिलकर काम करके वो “सुरक्षा को मजबूत कर सकते हैं, शांति का दायरा बढ़ा सकते हैं और ताकत के जरिए शांति का युग हासिल कर सकते हैं।”
हमास ने किया था आतंकी हमला
हमास के सैकड़ों आतंकियों के सात अक्टूबर 2023 को इजरायल पर धावा बोलने, लगभग 1,200 लोगों की हत्या करने और करीब 250 लोगों को बंधक बनाने के बाद दोनों पक्षों में युद्ध छिड़ गया था। नवंबर 2023 में एक हफ्ते के संघर्ष-विराम के दौरान 100 से अधिक बंधकों की रिहाई हुई थी। इजरायली बल आठ बंधकों को जिंदा छुड़ाने में सफल रहे थे, जबकि उन्हें दर्जनों बंधकों के शव बरामद हुए थे। गाजा पट्टी के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इजरायल की ओर से किए गए जमीनी और हवाई हमलों में अब तक 47,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।
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युद्धग्रस्त इलाके से पीछे हटा इजरायल
संघर्ष-विराम समझौते के तहत इजरायली बल युद्धग्रस्त इलाके के ज्यादातर हिस्सों से पीछे हट गए हैं, जिससे हजारों विस्थापित फलस्तीनियों के लिए उत्तरी गाजा में अपने घरों की ओर लौटना संभव हो पाया है। युद्ध समाप्त करने और बाकी बचे लगभग 60 बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए संघर्ष-विराम समझौते के दूसरे चरण पर बातचीत सोमवार से शुरू होने वाली है। अगर अमेरिका, कतर और मिस्र…इजराइल और हमास के बीच समझौता कराने में नाकाम रहते हैं, तो मार्च की शुरुआत में युद्ध फिर से शुरू हो जाएगा।