कोरोना वायरस का असर स्कूल परिसर के साथ क्लास रूम में भी दिखेगा. स्कूलों में भी वाहन की तरह ऑड-इवेन का फॉर्मूला अपनाया जाएगा. नए नियम के तहत ऑड रोल नंबर वाले बच्चे एक दिन तो इवेन रोल नंबर वाले बच्चे दूसरे दिन स्कूल आएंगे. यानी अब छात्र-छात्राएं रोज स्कूल नहीं आ पाएंगे. यह इसलिए ताकि क्लास रूम में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके. ज्ञात हो कि केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के निर्देश के बाद सीबीएसई और आईसीएसई स्कूलों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है.
लॉकडाउन के बाद स्कूल में बच्चों के आने का सिस्टम कैसा होगा, इसको लेकर एनसीईआरटी और स्कूल स्तर पर तैयारी शुरू हो गयी है. एक दिन करके बच्चों को बुलाने से शिक्षकों पर कोर्स पूरा करने का दबाव रहेगा. ऐसे में शिक्षकों की ड्यूटी अधिक बढ़ जाएगी. जो बच्चे जिस दिन स्कूल नहीं आएंगे, उनकी पढ़ाई ऑनलाइन होगी. इसके लिए संबंधित शिक्षक क्लास रूम पढ़ाई को छात्रों को भेजेंगे.
स्कूलों में ऑटोमेटिक थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था होगी. रोज बच्चों को स्क्र्रींनग के बाद ही स्कूल में प्रवेश मिलेगा. अगर किसी भी बच्चों को जुकाम या सर्दी की शिकायत हुई तो उन्हें तुरंत घर वापस भेज दिया जोगा.
एफ हसन (प्राचार्य, इंटरनेशनल स्कूल) ने कहा- लॉकडाउन के बाद स्कूल खुलने पर कई सावधानी रखी जाएगी. रोज सभी बच्चों को नहीं बुलाया जाएगा. ऑड इवेन रोल नंबर का इस्तेमाल होगा, ताकि बच्चों की संख्या कम और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो.
मेरी अल्फांसो (प्राचार्य, डॉन बास्को एकेडमी) ने कहा- स्कूल में ऑड-इवेन नंबर के अनुसार बच्चों का बुलाया जाएगा. साथ ही स्कूल में भीड़ जमा नहीं होगी. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सकेगा. एक सेक्शन में बच्चों की संख्या भी कम की जाएगी.