प्रयागराज। ऑनलाइन गेमिंग जहां मनोरंजन के लिए एक बेहतर विकल्प बने हैं वहीं अब टेक्निकल शातिरों ने अब उसे मनी लांड्रिंग का रास्ता बना लिया है। इसका खुलासा टेक्निकल फील्ड के एक्सपर्ट पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने नए साल के पहले दिन दुबई से क्रिप्टोकरेंसी के जरिए चल रहे मनी लांड्रिंग के बड़े खेल का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने गिरोह के लखनऊ में बैठे एजेंट कृष्ण अवतार सिंह को गिरफ्तार कर किया।
करोड़ों के इस पूरे खेल में ऑनलाइन गेमिंग से मिली ब्लैक मनी को डिजिटल करेंसी में बदलकर किया जा रहा था। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि फेसबुक के जरिए उसकी जान पहचान जय नाम के शख्स से हुई। उसने खुद को दुबई में रहने वाला बताया। उसने उसे बिना कुछ किए लाखों रुपये कमाने का झांसा दिया।
इसके बाद जय के कहने पर उसने प्रयागराज व आसपास के कई लोगों का खाता खुलवाकर उसका यूजरआईडी व पासवर्ड उसे दे दिया। इन खातों में करोड़ों रुपये यह कहकर भेजे जाते थे कि यह रकम ऑनलाइन गेमिंग साइट्स पर हुई कमाई के हैं। फिर इन रुपयों से बाइनेंस एप के जरिए क्रिप्टोकरेंसी टीथर (यूएसडीटी) खरीदे जाते थे और जय इसे अपने वालेट में ट्रांसफर कर लेता था। इस तरह से करोड़ों रुपये का लेनदेन अवैध तरीके से किया जा चुका है।
समर सलिल से बातचीत करते हुए पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त और उसके साथी बिना टैक्स का भुगतान किए ही बड़ी मात्रा में रुपयों का लेनदेन कर रहे थे। इन रुपयों का जो स्रोत फिलहाल सामने आया है, वह वैध नहीं है।
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ऐसे में मनी लांड्रिंग की भी संभावना है।अभी तक स्टडी के अनुसार पिछले 10 दिनो के अंदर 4 करोड़ का ट्रांजेक्शन किया गया है इनके गैंग में और कौन लोग इनवाल्व है उनकी जांच की जाएगी। व्हाट्सएप, टेलीग्राम के ग्रुप्स पाए गए हैं जो सेलर और बायर्स के हैं उनको भी वॉच किया जाएगा।
रिपोर्ट-शशांक मिश्रा