इटावा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर के कुशल निर्देशन मे एसओजी टीम व थाना कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम को मिली सफलता।25 फरबरी को पूर्व सभासद के भाई की हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए 3 अभियुक्तों कों हत्या में प्रयुक्त 2 अवैध तमंचो सहित गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बता दें कि 25 फरबरी की रात्रि डायल-112 से सूचना प्राप्त हुयी कि थाना कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत डॉक्टर वाजपेयी के घर के पास कुछ बदमाशों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी है। इस सूचना पर तत्काल उच्चाधिकारियों एवं थाना कोतवाली पुलिस घटना स्थल पर पहुँचे तो एक युवक गोली लगने के कारण बेहद गंभीर हालत में मिला, जिसे जिला अस्पताल भेजा गया तो डॉक्टर ने उक्त युवक को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने पंचायतनामा भर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया।जब पुलिस ने मृतक के परिजनों से घटना के संबंध में जानकारी की तो उन्होंने बताया कि मृतक का नाम जितेन्द्र वर्मा उर्फ मोनू वर्मा है ,जो कि पूर्व सभासद विमल वर्मा का भाई है।वह कल रात्रि को अपने घर पर आ रहे थे उसी समय पहले से घात लगाकर बैठे कुछ बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी है।
इसके साथ ही बदमाशों ने मतृक की पत्नी पर भी जान से मारने की नियत से फायर किया था। मृतक की पत्नी की लिखित सूचना के आधार पर थाना कोतवाली पुलिस ने 5 नामजदो के खिलाफ मामला पंजीकृत किया।मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने घटना के सफल अनावरण के लिए एसओजी तथा थाना कोतवाली से 2 टीमो का गठन किया जोकि जाँच मे जुटी गईं।
इसी दौरान मुखबिर ने सूचना दी कि मोनू वर्मा की हत्या से संबंधित अभियुक्त कही जाने की फिराक में पक्का बाग चौराहा पर खडे है। मुखबिर की सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने हत्या से संबंधित तीन अभियुक्तों को पक्का तालाब चौराहा से एसएसपी चौराहा जाने वाले रास्ते पर गिरफ्तार कर लिया।तलाशी लेने पर उनके कब्जे से आला कत्ल 2 तमंचा 315 बोर एवं कारतूस बरामद हुए।
पुलिस पूछताछ मे गिरफ्तार अभियुक्त बेटू चौधरी ने बताया कि उसके और मृतक मोनू वर्मा व उसके भाई पंकज वर्मा के मध्य वर्ष 2016 में आपसी झगडा हो गया जिसके चलते अक्सर विवाद की स्थिति बनी रहती थी।बेटू चौधरी ने मोनू एवं पंकज के विरुद्ध गैगस्टर एक्ट में पंजीकृत अभियोग से संबंधित दस्तावेज रामशंकर कुशवाह को दे दिए थे, जिस वजह से मृतक मोनू व पंकज ने बेटू को जान से मारने की धमकी दी थी एवं मृतक मोनू वर्मा द्वारा पूर्व में हत्या में सम्मलित अन्य अभियुक्तों के विरुद्ध एनसीआर थाना कोतवाली पर पंजीकृत करायी गयी थी।
इस कारण से बेटू व उसके अन्य साथियों ने मिलकर रानू के घर के सामने मोनू की गोली मारकर हत्या कर दी थी।गिरफ्तार तीनो व्यक्तियों पर क़ानूनी कार्यवाही की जा रही है।
रिपोर्ट-अनुज प्रताप सिंह