तेलंगाना में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और भारतीय जनता पार्टी के बीच सियासी जंग जारी है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस सप्ताह तेलंगाना पहुंच रहे हैं। अब सवाल उठने लगे हैं कि केसीआर 12 नवंबर को पीएम मोदी को रिसीव करने पहुंचेंगे या नहीं? अटकलें हैं कि वह इस काम से दूरी बना सकते हैं। हालांकि, अभी तक तेलंगाना राष्ट्र समिति की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
हालांकि, इस बार पीएम मोदी का कार्यक्रम आधिकारिक है और अगर #प्रोटोकॉल का पालन किया जाए, तो सीएम का अगवानी के लिए जाना जरूरी है। अगर किसी कारण ऐसा होना संभव नहीं है, तो सरकार इस काम के लिए मंत्री को नियुक्त करते हुए जीओ जारी करेगी।
रविवार को ही केसीआर ने पीएम और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा था और सरकार को अस्थिर करने की कोशिश के आरोप लगाए थे। उन्होंने मोइनाबाद फार्माहाउस मामले के वीडियो क्लिप भी सार्वजनिक किए हैं, जिसमें कथित तौर पर भाजपा के लिए तीन लोग टीआरएस के चार विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।
ऐसे में इस बात की संभावनाएं कम ही नजर आ रही हैं कि केसीआर रामगुंडम के कार्यक्रम में शामिल हों। इधर, सीपीआई महासचिव कुनमनेनी संभाशिव राव ने कहा है कि उनकी पार्टी पीएम मोदी की तेलंगाना यात्रा के दौरान विरोध प्रदर्शन करेगी।
फरवरी में भी प्रधानमंत्री हैदराबाद पहुंचे थे। उस दौरान भी केसीआर उन्हें रिसीव करने नहीं पहुंचे थे और कहा था कि निजी कार्यक्रम होने के चलते प्रोटोकॉल का पालन जरूरी नहीं था। अब अटकलें हैं कि 12 नवंबर को केसीआर भी पीएम की अगवानी के लिए पहुंचने की संभावना नहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्थानीय विधायक और सांसद पीएम के कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं।