रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना लॉक डाउन के प्रत्येक चरण के अनुरूप पहले से ही तैयारियों पर जोर देते रहे है। कोरोना के प्रथम व द्वितीय चरण में योग आदित्यनाथ कार्यों की राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हुई थी। अब योगी तीसरे चरण की तैयारियों के प्रति कटिबद्ध है। इसका सन्देश उन्होंने जिला प्रशासन के माध्यम से पूरे प्रदेश को दिया है। लाॅकडाउन का तीसरा चरण चार मई से प्रारम्भ हो रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि सत्रह मई तक चलने वाले इस चरण को हर हाल में सफल बनाना होगा। इसमें भी लाॅकडाउन का पालन करना अपरिहार्य होगा। इसका अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाएगा। लाॅकडाउन थ्री के सम्बन्ध में भारत सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों के क्रम में राज्य सरकार भी गाइडलाइन्स जारी कर रही है। इसके अनुरूप मण्डियां खुले स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ संचालित होंगी। ज्यादा भीड़ नहीं लगने दी जाएगी। मण्डी आने वाले लोगों में संक्रमण को चेक करना होगा। कन्युनिटी स्प्रेड रोका जा सके।
हाॅट स्पाॅट क्षेत्र के बाहर सब्जियों की दुकानें ज्यादा समय तक खोला जाएगा। राशन, किराना,दवा की दुकानों पर अधिक भीड़ नहीं होनी चाहिए। होम क्वारण्टीन पर भेजे जाने वाले श्रमिकों को खाद्यान्न पैकेट भी उपलब्ध कराए जाएंगे। सभी जनपदों में पच्चीस हजार क्वारण्टीन की क्षमता सुनिश्चित की जाएगी। क्वारण्टीन के शेल्टर होम्स में साफ सफाई, सैनेटाइजेशन, कम्युनिटी किचन की मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। क्वारण्टीन सेण्टर्स की फाॅगिंग और सैनेटाइजेशन सुनिश्चित किया जाएगा। क्वारण्टीन में भेजे गए लोगों की सूची बनाकर उनके पते,मोबाइल नम्बर, कौशल इत्यादि का ब्यौरा रखना होगा।
गांवों में निगरानी कमेटी बनायी जाएगी। जिसमें नेहरू युवा केन्द्र,पीआरडी एनसीसी, एनएसएस, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को शामिल किया जाएगा। जो क्वारण्टीन में भेजे गए लोगों की लगातार माॅनीटरिंग सुनिश्चित करेंगे। संदिग्ध लोगों को क्वारण्टीन सेण्टर पहुंचाया जाएगा। लाॅकडाउन के दौरान प्रदेश में स्थापित किए गए कम्युनिटी किचन अत्यन्त सफल रहे। कम्युनिटी किचन से वितरित होने वाले भोजन का पर्यवेक्षण प्रशासन द्वारा किया जाएगा। सभी जनपदों में एल वन,टू हाॅस्पिटल अवश्य होना चाहिए। उन्होंने प्रत्येक जनपद में एक ही जगह पर सौ बेड क्षमता वाला एल वन हाॅस्पिटल सभी आवश्यक उपकरणों के साथ स्थापित किया जाएगा। बुजुर्गों, बीमार लोगों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं को कोरोना होने की दशा में उन्हें सीधे एल थ्री अस्पताल में रखा जाएगा।
एल टू अस्पतालों मेंऑक्सीजन तथा एल थ्री अस्पतालों में वेण्टीलेटर्स की व्यवस्था अनिवार्य होगी। कोरोना की रोकथाम के लिए पैरामेडिक्स,नर्सों, एनेस्थीशियनों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रदेश के सभी अठारह मण्डलों में एल थ्री अस्पतालों का प्रभावी संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है। सभी जनपदों में अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं संचालित की जाएंगी। मरीज का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत अनुमन्य रेट्स पर ही किया जाएगा।निःशुल्क टेली कन्सल्टेशन की व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाएगा। भारत सरकार के दिशा निर्देशों के क्रम में कोरोना से अप्रभावित क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां शुरू की जाएंगी। लाॅकडाउन वन और लाॅकडाउन टू में पूरे प्रदेश में सभी चीनी मिलें और ईंट भट्ठे सफलतापूर्वक संचालित किए गए है। ग्रामीण क्षेत्रों में सीमेण्ट, सरिया, गिट्टी इत्यादि की दुकानों को खोला जाएगा। प्रधानमंत्री आवास योजना,मुख्यमंत्री आवास योजना, मनरेगा तथा अन्य योजनाओं के तहत कार्य प्रारम्भ होगा।
प्रदेश में श्रमिकों, कोटेदारों, रेहड़ी, खोमचा, रिक्शा व ई-रिक्शा चालकों, निर्माण श्रमिकों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं लागू की गईं है। जिसके तहत उन्हें खाद्यान्न एवं भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध कराया गया। जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके जनपदों में सभी को खाद्यान्न मिले। खाद्यान्न वितरण की लगातार माॅनीटरिंग भी करनी होगी। राज्य सरकार किसानों से गेहूं खरीद रही है। आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करने के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा। प्रदेश का आयुष विभाग अपना एक एप भी लाॅन्च करेगा। राज्य की सभी अन्तर्राज्यीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय सीमाएं सील रखी जाएंगी। अनावश्यक अन्तर्जनपदीय एवं अन्तर्राज्यीय आवागमन रोका जाएगा। रेड ज़ोन के एक-एक घर का सैनेटाइजेशन किया जाएगा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीसरे चरण के लाॅकडाउन में किसी भी प्रकार की धार्मिक गतिविधियां मान्य नहीं होंगी।