राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने और भारत सरकार की ओर से संवेदना व्यक्त करने के लिए लंदन, यूके का दौरा करेंगी। वह 17 से 19 सितंबर तक लंदन में होंगी। महारानी का अंतिम संस्कार वेस्टमिंस्टर एब्बे में होगा, जिसमें दुनिया भर के लगभग 2,000 अतिथि होंगे, जिनमें लगभग 500 गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। गौरतलब है कि ब्रिटेन की पूर्व राष्ट्राध्यक्ष और राष्ट्रमंडल राष्ट्र की प्रमुख महारानी एलिजाबेथ का 8 सितंबर को निधन हो गया।
सैकड़ों विदेशी राजघरानों और नेताओं के शामिल होने की उम्मीद: लंदन में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में सैकड़ों विदेशी राजघरानों और नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और उनकी पत्नी जिल बिडेन राजनयिक अतिथि सूची के प्रमुख हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी ब्रिटेन के साथ अटूट बंधन दिखाने और रानी को सम्मान देने के लिए भाग लेंगे, अंतिम संस्कार में अन्य राष्ट्राध्यक्षों में इटली के राष्ट्रपति सर्जियो मटेरेला, जर्मनी के फ्रैंक-वाल्टर स्टीनमीयर, इज़राइल के इसाक हर्ज़ोग और कोरिया के यूं सुक-योल शामिल होंगे।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया था, महामहिम महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को एक दिग्गज के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने अपने देश और लोगों को प्रेरक नेतृत्व प्रदान किया। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता का परिचय दिया। उनके निधन से दुखी हूं। विदेश मंत्रालय ने एक ब्यान में कहा, महामहिम महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के 70 वर्षो के शासनकाल में, भारत-ब्रिटेन के संबंध बहुत विकसित और मजबूत हुए हैं। उन्होंने राष्ट्रमंडल के प्रमुख के रूप में दुनिया भर के लाखों लोगों के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
विदेश मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि ब्रिटेन की पूर्व राष्ट्राध्यक्ष और राष्ट्रमंडल राष्ट्र की प्रमुख महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 08 सितंबर 2022 को निधन हो गया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर शोक व्यक्त किया है। विदेश मंत्री डॉ० एस० जयशंकर ने भारत की संवेदना व्यक्त करने के लिए 12 सितंबर 2022 को नई दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग का दौरा किया। साथ ही भारत ने रविवार, 11 सितंबर 2022 को राष्ट्रीय शोक का दिन भी मनाया।