प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज (GHTC) के तहत लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स (LHP) की आधारशिला रखी। इस परियोजना का उद्देश्य दुनिया भर की कई नवीन तकनीकों की पहचान करना और मुख्यधारा बनाना है, जो टिकाऊ और आपदा-प्रभावी हैं। इस अवसर पर उनके साथ 6 राज्यों के सीएम भी मौजूद थे।
लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स का निर्माण इंदौर, राजकोट, चेन्नई, रांची, अगरतला और लखनऊ में किया जाएगा, जिसमें संबद्ध अवसंरचना सुविधाओं के साथ प्रत्येक स्थान पर लगभग 1,000 घर शामिल होंगे।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इंडिया के तहत लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स (एलएचपी) के शिलान्यास समारोह में हिस्सा लिया।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पीएम मोदी जी का संकल्प है कि 2022 तक हर गरीब के पास अपना मकान होगा। ये कहते हुए प्रसन्नता होती है कि शहरी क्षेत्र में 1 करोड़ और ग्रामीण क्षेत्र में 3 करोड़ घरों के निर्माण का काम किया गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आवास की इस योजना में उत्तर प्रदेश के शहरी क्षेत्र में सबके लिए अब तक 17 लाख से अधिक परिवारों को आवास उपलब्ध कराया गया है जिनमें से 6,15,000 आवास पूर्ण होकर सभी गरीब परिवारों को उपलब्ध कराए जा चुके हैं।
इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “2021 के पहले दिन भारत के शहरी परिदृश्य को बदलने के उद्देश्य से एक कार्यक्रम में भाग लेंगे। लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखेंगे और PMAY (शहरी) और आशा-इंडिया अवार्ड्स वितरित करेंगे।”
परियोजना के तहत, एलएचपी का निर्माण अगरतला, लखनऊ, इंदौर, राजकोट, चेन्नई और रांची में किया जाएगा। प्रत्येक स्थान पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लिए 1,000 से अधिक घर होंगे। निर्माण की अवधि सभी सांविधिक अनुमोदन के बाद इन साइटों को निर्माण एजेंसी को सौंपने की तारीख से अधिकतम 12 महीने है।