लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा है कि भारत ऑक्सीजन को बनाने में विश्व में प्रथम स्थान रखता है, फिर ऑक्सीजन निर्यात करने की वजह से भारत को अपने ही देश में ऑक्सीजन की कमी झेलनी पड़ रही है। ऑक्सीजन की कमी से लोग तड़प तड़प कर मर रहे हैं।
सुनील सिंह ने आगे कहा है कि भारत को विश्व गुरु बनाने के सपने दिखाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज दुनिया के छोटे-छोटे देशों से स्वास्थ्य संबंधी सामान मंगवाना के लिए हाथ फैलाना पड़ रहा हैं। 2014 के बाद मोदी सरकार ने बुरे फैसले ही लिए हैं। लेकिन कोरोना महामारी में सरकार के प्रबंधन और अव्यवस्थाओं पर कई बड़े देशों ने सवाल उठाए हैं। कोविड कुप्रबंधन की वजह से देश में मौतों के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में इंसानों के मरने का असर प्रधानमंत्री पर क्यों नहीं हो रहा।
विदेशों से कोरोना महामारी में भारत के लिए आई मदद का एयरपोर्ट पर कई दिनों तक पड़े रहने से क्या होगा। कभी इनका उपयोग किया जाएगा? देश में लोग ऑक्सीजन की कमी से तड़प रहे हैं। इसके बावजूद वैक्सीन और ऑक्सीजन के वितरण में इतनी देरी की जा रही है।विदेशों से आई मदद दिल्ली में ही पड़ी हुई है। कई दिनों तक इसे वितरित किए जाने का इंतजार किया गया। इस मदद में 9500 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, 5,200 सिलिंडर और रेमडिसिवर के 2.36 लाख इंजेक्शन है।
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, सिर्फ वर्चुअल कॉन्फ्रेंस ही करते रहते हैं। उन्हें जमीन पर आकर भी हालात को देखना चाहिए। इसके अलावा सरकार की टैक्स नीति पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि विदेश से भारत आ रही मदद पर आखिर विभिन्न प्रकार के टैक्स क्यों लगाए जा रहे हैं।