औरैया। जिले में कोरोना संक्रमण काल व लॉकडाउन के बीच आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी की आ रही शिकायतों को देखते हुए जिलाधिकारी ने तीनों तहसीलों में उपजिलाधिकारी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी व बांट मांप निरीक्षकों की एक-एक समिति गठित कर उनसे कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में कार्रवाई कर निर्धारित प्रारूप पर अवगत कराने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने शुक्रवार को जिले के समस्त उपजिलाधिकारी व खण्ड विकास अधिकारियों को जारी किए पत्र में कहा है कि जिले में आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी, अवैध भण्डारण, दवाओं इत्यादि को एमआरपी से अधिक कीमत पर बिक्री किए जाने की शिकायतों एवं प्रमुख सचिव, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन द्वारा ड्रग कन्ट्रोलर की शक्तियों जिलाधिकारी को प्राविधानित किए जाने के बाद उपजिलाधिकारी को जोनल व खण्ड विकास अधिकारियों को सेक्टर अधिकारी नामित कर निर्देशित किया गया था कि औषधि निरीक्षक, खाद्य सुरक्षा अधिकारी एवं बॉट माप निरीक्षक के साथ दवाओं तथा आवश्यक वस्तुओं इत्यादि के थोक व फुटकर विक्रेताओं द्वारा एमआरपी से अधिक मूल्य पर बिक्री करने की कोशिश करने वालों विरूद्ध सुसंगत धाराओं एवं महामारी अधिनियम कार्यवाही की जाये तथा आख्या प्रतिदिन संलग्न प्रारूप पर प्रेषित की जाए, लेकिन सूचनाएं प्राप्त नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि जिस कारण दवाओं व आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी आदि पर प्रभावी अंकुश लगाने हेतु समिति गठित की गयी है, जिसमें तीनों तहसीलों के उपजिलाधिकारी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी व बांट मांप निरीक्षकों को रखा गया है जो अपने-अपने क्षेत्रों में दवाओं व आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी को रोकेंगे और क्षेत्र में किए गए निरीक्षण के दौरान कालाबाजारी करने वाले थोक व फुटकर विक्रेताओं के विरुद्ध की गई कार्रवाई की सूचना समेत शाम 04 बजे कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में भाग लेंगे। साथ ही उपजिलाधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी नियमित रूप से समिति के साथ निरीक्षण कर कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करते हुए निर्धारित प्रारूप पर सूचनाएं उपलब्ध कराएंगे।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर