अब तक जिले की 1 लाख से अधिक गर्भवती को मिला लाभ
कानपुर नगर। जिले में गुरूवार से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) सप्ताह की शुरूआत हुई है, जो सात सितंबर तक चलेगा। इस सप्ताह के दौरान योजना के तहत अधिक से अधिक पात्र महिलाओं को लाभान्वित करने पर ध्यान केन्द्रित किया जायेगा। योजना के तहत पहली बार गर्भधारण करने वाली महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और सही पोषण के लिए तीन किश्तों में पांच हजार रुपये सीधे बैंक खाते में दिए जाते हैं। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आलोक रंजन का।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों, जिला चिकित्सालय एवं नगरीय प्रभारियों को निर्देश दिया है कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह के दौरान योजना से संबंधित कार्यों को प्राथमिकता दें। बीपीएम, बीसीपीएम, कंप्यूटर ऑपरेटर, एएनएम, आशा कार्यकर्ता और आशा संगिनी इस कार्य में शिथिलता न बरतें।
पीएमएमवीवाई योजना के नोडल अधिकारी डॉ. एसके सिंह ने कहा कि मातृ वंदना सप्ताह में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पंजीकरण शिविर एवं बैकलॉग निस्तारण कैंप का आयोजन किया जा रहा है। वार्षिक पंजीकरण लक्ष्य के साथ-साथ लंबित प्रकरणों का निस्तारण किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता द्वारा अपने-अपने कार्य क्षेत्र में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के विषय में पात्र लोगों को घर-घर जाकर लाभ लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। गृह भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता द्वारा लाभार्थियों को लाभ लेने के लिए पूरी प्रक्रिया और पात्रता की जानकारी दी जा रही है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ गज़ाला इरम ने बताया कि वर्ष 2017 से अब तक का लक्ष्य 142547 था जिसके सापेक्ष 104411 (75 %) महिलाओं का पंजीकरण हो चुका है तो वहीं इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल से अब तक 4175 गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस योजना के सम्बंध में अगर कोई जानकारी करना चाहता है तो वह टोल फ्री नम्बर 104 पर काल कर अपनी शंका का समाधान कर सकता है।
पहली बार गर्भवती होने पर तीन किश्तों में मिलते हैं पांच हजार रुपये
पहली बार गर्भवती होने वाली महिला को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल और सही पोषण के लिए तीन किश्तों में 5,000 रूपये दिये जाते हैं। इसके लिए पंजीकरण कराना पड़ता है। रजिस्ट्रेशन होते ही लाभार्थी को 1,000 रूपये की पहली किश्त सीधे बैंक खाते में जाती है। दूसरी किश्त 2,000 रूपये की प्रसव पूर्व पहली जांच होने पर और 2000 रूपये की तीसरी किश्त बच्चे के जन्म के बाद टीकाकरण का पहला चक्र पूरा होने के बाद दी जाती है। यह सभी भुगतान लाभार्थी के बैंक के खाते में सीधे किये जाते हैं। सरकारी सेवा वाली महिलाओं को योजना में नहीं शामिल किया जाता है।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर