लखनऊ। भारत में 1 अगस्त तक कोरोना संक्रमण से 10 लाख लोगों की मौत हो सकती है। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने इसके लिए पीएम मोदी और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, पीएम मोदी का काम माफी के लायक नहीं है। पीएम मोदी पर कड़ी टिप्पणी करते हुए सिंह ने कहा है कि पीएम मोदी को अपनी गलतियों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। द इ्रंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन के संपादकीय के हवाले से अनुमान लगाते हुए कहा है कि भारत में 01 अगस्त 2021 तक कोरोना महामारी से 10 लाख लोगों की मौत हो सकती है, और अगर ऐसा होता है इस राष्ट्रीय तबाही के लिए केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार होगी। इसकी वजह यह है कि कोरोना के सुपर स्प्रेडर के नुकसान के बारे में बार बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद केंद्र सरकार ने धार्मिक कार्यक्रमों को मंजूरी दी और साथ ही साथ खुद ही कई राज्यों में रैलियां भी की।
श्री सिंह ने आगे कहा की भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रहार करते हुए अस्पतालों में ऑक्सीजन के अभाव में मरीज दम तोड़ रहे हैं। मेडिकल टीम भी थक चुकी है।मेडिकल कर्मचारी भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। भारत की सोशल मीडिया सिस्टम से परेशान लोगों की व्यथा से भरी पड़ी है। लोग बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और दवाईयों की मांग कर रहे हैं।स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन पर प्रहार करते हुए कहा कि मार्च में कहते हैं कि अब कोरोना महामारी खत्म होने को है। हमारी सरकार ने बेहतर प्रबंधन के साथ कोरोना को मात देने में सफल हुई है।
इससे साफ है कि उन्होंने बार बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद कोरोना की दूसरी लहर को गंभीरता से नहीं लिया और अपनी पीठ थपथपाते रहें और अभी भी कुर्सी पर बने हुए हैं बेहयाई की हद है मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा है कि भारत सरकार कोरोना से लड़ने की बजाय सोशल मीडिया में हो रही आलोचनाओं और खुली बहस पर लगाम लगाने में ज्यादा उर्जा लगा रही है। भारत सरकार की वैक्सीन पॉलिसी पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि अब तक महज 2 प्रतिशत आबादी का ही वैक्सीनेशन हो सका है। अगर भारत सरकार कोरोना महामारी को खत्म करने के प्रति गंभीर है तो उसे वैक्सीनेशन को बेहतर तरीके से लागू करना चाहिए और जनता को सही आंकड़े और जानकारियां मुहैया करानी चाहिए।