लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश में शराब की दुकानों के खोलने को लेकर फैसला डीएम पर छोड़ दिया है। जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी जिले की परिस्थिति के अनुसार आबकारी विभाग को शराब की दुकानों को खोलने के लिए अनुमति दे सकते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यूपी के कई जिलों के जिलाधिकारियों के पास शराब की दुकान खोलने के लिए आबकारी विभाग की पत्रावली पहुंच गई है।
इसी क्रम में लखनऊ जिलाधिकारी भी आज आबकारी विभाग की पत्रावली पर फैसला करेंगे। जबकि आगरा और प्रयागराज समेत कई जिलों के जिलाधिकारियों ने शर्त के साथ शराब दुकान खोलने अनुमति दी है। हाथरस शामली के डीएम ने भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ शराब की दुकानों को खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं।
जिलाधिकारी ही लेंगे फैसला
आबकारी सूत्रों के मुताबिक कर्फ्यू का फ़ैसला करते वक्त सरकार की तरफ से आबकारी की दुकानों को बंद करने का कोई आदेश नहीं था। लेकिन पिछले कई दिनों से दुकानें बंद चल रही है। जिसकी वजह से दुकानदारों ने आपत्ति दर्ज करायी थी। एसोसिएशन ने आबकारी विभाग से दुकानों को खोलने की परमीशन देने के लिये कहा है। इसी क्रम में अपने विवेकाधीन फ़ैसले के तहत जिले के ज़िलाधिकारी शराब की दुकानें खोलने की इजाज़त दे सकते हैं।
शराब संघ ने की थी मांग
गौरतलब है कि यूपी लिकर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शराब की दुकानों को खोलने की इजाजत मांगी थी। एसोसिएशन का कहना था कि बंदी की वजह से रोजाना 100 करोड़ का नुकसान हो रहा है। साथ ही उनका तर्क था कि कोरोना कर्फ्यू की गाइड लाइन में भी दुकानों के बंद करने का कोई जिक्र नहीं है।