दिल्ली में किसानों का प्रदर्शन आज भी जारी है। वह केंद्र द्वारा पास किए गए तीन विवादित कृषि कानूनों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच आज यानी गुरुवार को किसानों और सरकार के बीच चौथे दौर की वार्ता होने वाली है। इस वार्ता से पहले ही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर दिया है और सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। अपने ट्वीट में प्रियंका लिखती हैं, ‘आज बातचीत में सरकार को किसानों को सुनना होगा। किसान कानून के केंद्र में किसान होगा।’
भाजपा सरकार के मंत्री व नेता किसानों को
👉देशद्रोही बोल चुके हैं
👉आन्दोलन के पीछे इंटरनेशनल साजिश बता चुके हैं
👉आन्दोलन करने वाले किसान नहीं लगते बोल चुके हैंलेकिन आज बातचीत में सरकार को किसानों को सुनना होगा। किसान कानून के केंद्र में किसान होगा न कि भाजपा के अरबपति मित्र।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 3, 2020
इसी के साथ उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘भाजपा सरकार के मंत्री व नेता किसानों को देशद्रोही बोल चुके हैं आन्दोलन के पीछे इंटरनेशनल साजिश बता चुके हैं आन्दोलन करने वाले किसान नहीं लगते बोल चुके हैं लेकिन आज बातचीत में सरकार को किसानों को सुनना होगा। किसान कानून के केंद्र में किसान होगा न कि भाजपा के अरबपति मित्र।’ वैसे हम आपको यह भी बता दें कि आज की वार्ता के लिए किसानों की पांच प्रमुख मांगे हैं। सबसे पहली मांग में वह यह चाहते हैं कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द किया जाए।
इसके अलावा इस बैठक में किसानों की ओर से यह भी कहा जा सकता है कि केंद्र द्वारा कमेटी की पेशकश को मंजूर नहीं किया जाएगा। वैसे किसानों की यह भी मांग है कि मिनिमम सपोर्ट प्राइस यानी MSP हमेशा लागू रहे और 21 फसलों को इसका लाभ मिले। अभी किसानों को सिर्फ गेहूं, धान और कपास पर ही MSP मिलती है। एक अन्य मांग किसानों की यह है कि अगर कोई कृषक आत्महत्या कर लेता है तो उसके परिवार को केंद्र सरकार से आर्थिक मदद मिले।