कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बार बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने गत पांच वर्षों में 3.64 करोड़ नौकरियां जाने से जुड़ी एक रिपोर्ट को लेकर सोमवार को दावा किया कि इतने बड़े पैमाने पर रोजगार खत्म होने की वजह से नरेंद्र मोदी सरकार नौकरियों पर बात करने से कतराती है।
प्रियंका गांधी ने एक खबर शेयर करते हुए ट्वीट किया, “नौकरियां देने के तमाम बड़े वादों की हकीकत यही है। देश के सात बड़े क्षेत्रों में करीब साढ़े तीन करोड़ लोग बेरोजगार हो गए हैं।” उन्होंने दावा किया, “बड़े-बड़े नामों और विज्ञापनों का नतीजा यह है कि 3 करोड़ 64 लाख लोग बेरोजगार हो गए हैं। तभी तो सरकार नौकरी पर बात करने से कतराती है।”
कांग्रेस महासचिव ने जिस रिपोर्ट का हवाला दिया उसके मुताबिक देश में बीते पांच साल में 3.64 करोड़ नौकरियां सिर्फ सात प्रमुख क्षेत्रों में ही जा चुकी हैं। इनमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार शामिल हैं। सर्वाधिक 3.5 करोड़ नौकरियां वस्त्र उद्योग क्षेत्र की हैं।
इससे पहले देश के 71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उसके बाद राहुल ने मोदी सरकार के पिछले 5 साल के कार्यकाल पर 3.64 करोड़ नौकरियां जाने से जुड़ी एक रिपोर्ट को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर युवाओं को उनके सपने पूरा करने का मौका नहीं मिलेगा तो फिर गणतंत्र कैसे मजबूत होगा?
3.64 करोड़ हुए बेरोजगार
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘वादा था हर साल दो करोड़ रोजगार देने का, यानि 5 साल में 10 करोड़ रोजगार। पांच सालों में देश के सात प्रमुख सेक्टर में 3.64 करोड़ लोग बेरोजगार हो गए। इसके साथ ही सुरजेवाला ने कहा जैसे-जैसे बीजेपी का बैंक बैलेंस बढ़ता है, देश में वैसे-वैसे रोजगार घटता है! क्या यही थे मोदी जी के अच्छे दिन? कांग्रेस नेताओं ने जिस रिपोर्ट का हवाला दिया उसके मुताबिक देश में बीते पांच सालों में 3.64 करोड़ नौकरियां सिर्फ सात प्रमुख क्षेत्रों में ही जा चुकी हैं।