पेरिस ओलंपिक में पदक जीतने में नाकाम रहे भारत के स्टार खिलाड़ी पीवी सिंधू और लक्ष्य सेन मंगलवार से शुरू होने वाले आर्कटिक ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी करेंगे। सिंधू और सेन का ओलंपिक के बाद यह पहला टूर्नामेंट होगा। इन दोनों ने इस बीच अपने खेल का मूल्यांकन करने और उसमें आवश्यक सुधार करने पर ध्यान दिया।
सिंधू ने इस बीच अपने पिछले कोच इंडोनेशिया के एगस ड्वी सैंटोसो से नाता तोड़कर भारत के अनूप श्रीधर और कोरियाई दिग्गज ली स्यून इल को अपने नए कोच के रूप में नियुक्त किया। दूसरी तरफ सेन ने अपनी फिटनेस पर ध्यान दिया। उन्होंने इस दौरान अपना अधिकतर समय ऑस्ट्रिया के रेड बुल एरेना में बिताया।
आर्कटिक ओपन में सिंधू का पहला मुकाबला कनाडा की मिशेल ली से जबकि ओलंपिक में कांस्य पदक के मुकाबले में हारने वाले सेन का डेनमार्क के रासमस गेम्के से होगा। ओलंपिक में दो बार की पदक विजेता सिंधू अगर पहली बाधा पर कर लेती हैं तो अगले दौर में उनका सामना 2022 की जूनियर विश्व चैंपियन 18 वर्षीय जापानी खिलाड़ी टोमाको मियाज़ाकी से हो सकता है जिससे वह इस साल की शुरुआत में स्विस ओपन में हार गई थी।
सेन के लिए भी यह गेम्के से बदला लेने का मौका होगा। वह 2023 में इंडिया ओपन में उनसे हार गए थे। अगर वह इस मैच को जीतने में सफल रहते हैं तो उनका अगला मुकाबला चीनी ताइपे के सातवीं वरीयता प्राप्त चोउ टीएन चेन से हो सकता है। चोट के कारण चार महीने तक बाहर रहने के बाद मकाऊ ओपन में वापसी करने वाले किदांबी श्रीकांत भी आर्कटिक ओपन में अपनी चुनौती पेश करेंगे। वह हमवतन किरण जॉर्ज और सतीश कुमार करुणाकरण के साथ क्वालीफायर से अपना अभियान आगे बढ़ाएंगे।