कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सदन में जमकर उद्योगपति गौतम अडानी पर चर्चा शुरू की और लंबे समय तक इसपर बोले। उन्होंने साफ कर दिया है कि 2024 लोकसभा चुनाव में यह एक प्रमुख मुद्दा होने वाला है।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरने की कोशिश की है। 2019 में भी पार्टी ने कथित राफेल घोटाले का बात छेड़ी थी, लेकिन चुनाव नतीजों में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की थी।
उस दौरान भी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे बड़े राज्य चुनावी दौर से गुजरने के लिए तैयार थे। नवंबर 2018 में राहुल ने कथित राफेल घोटाले के मुद्दे को उठाने के लिए ‘चौकीदार चोर है’ का नारा दिया था। हालांकि, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पार्टी को चुनावी जीत मिली भी, लेकिन 2019 में दांव फेल होता नजर आया।
इधर, भाजपा ने ‘मैं भी चौकीदार’ के नारे से राहुल को घेरना शुरू किया। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने भी साल 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार को क्लीन चिट दे दी।
हालांकि, इस बार भी कांग्रेस की राह में कई रोड़े हैं। भाजपा सरकार के खिलाफ इस मुद्दे को बड़ा बनाना आसान नहीं होगा। कांग्रेस और कई अन्य दलों के शासित राज्य भी अडानी समूह के साथ कारोबार में शामिल हैं। अब खबर है कि भाजपा इसे लेकर कांग्रेस को घेरने की तैयारी में है और राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अडानी समूह से संबंध तोड़ने की चुनौती देने जा रही है।