अयोध्या। जनकपुर में राम जानकी विवाह के उपरांत प्रभु श्री राम के बाराती मंगलवार को वापस अयोध्या लौटे। भगवान राम माता जानकी, भरत लक्ष्मण तथा शत्रुहन व वधुओं का अयोध्या पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।
शंख ध्वनि, मंगलाचारण, घंटा घडियाल की मंगलध्वनियों के साथ अयोध्यावासियों ने नववधुओं का स्वागत किया। वधुओं के स्वागत में अयोध्या ने पलक पावड़े बिछाया। राम मंदिर के मुख्य द्वार पर जमकर आतिशबाजी हुई। राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी ने राम बारात पर पुष्प वर्षा किया।
तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष दुर्गेश पांडे ने अपने साथियों के साथ आरती उतार कर और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। भगवान राम मां जानकी के साथ चारों भाइयों तथा वधूओं की आरती उतारी गई। भक्ति पूर्ण परिवेश में श्रद्धालुओं जमकर थिरके। अपने आराध्य को विवाह उपरांत अपने समीप पाकर अयोध्यावासी व श्रद्धालु उत्साहित दिखे। ट्रस्ट के सदस्य डा अनिल मिश्रा ने बताया कि प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली राम बारात जनकपुर गई।
जनकपुर के वासियां ने राम बारात का अभूतपूर्त स्वागत किया। चारों भाइयों की परंपरागत बारात अयोध्या लौटकर आई। उन्होंने कहा कि यहां पर लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं था लोग मे उत्साह देखने को मिला।
विगत 14 दिन से लगातार अयोध्या में भगवान श्री राम के विवाह का उत्सव चल रहा है। 26 नवंबर को अयोध्या से मां जानकी के धाम जनकपुर के लिए बारात रवाना हुई थी।
मंगलवार को अयोध्या पहुंची बारात का जगह-जगह भव्य स्वागत किया जा रहा है। 6 दिसंबर को विवाह पंचमी के मुहूर्त पर जनकपुर में भगवान श्री राम जानकी का विवाह संपन्न हुआ।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह