लखनऊ। एक जनवरी मोतीमहल में नव वर्ष का शुभारंभ परम् पूज्य राघवाचार्य महाराज के श्रीमुख से श्रीराम सीता विवाह प्रसंग सुन भक्त जनों को आशीर्वाद से हुआ। राम कथा के विश्राम के दिन आज सीता जी की जनक पुरी से विदाई के साथ साथ महाराज जी की भी अयोध्या के लिए राम कथा सेवा समिति द्वारा भाव पूर्ण विदाई की गई।
स्वामी राघवाचार्य महाराज ने भगवान राम और परशुराम के वाद विवाद की चर्चा की। उन्होंने बताया कि परशुराम जी ने कहा कि आज तक कोई धरती पर पैदा ही नहीं जो मुझको हरा सके आप तो प्रगट हुए हो दीनानाथ हो, तथा बताया कि रामायण व्यक्ति को जीना तथा सम्बंधों के निर्वहन की शिक्षा देती है।
कथा के मुख्य आयोजक संजीव पाण्डेय ने बताया आज राजधानी लखनऊ सहित पड़ोसी जनपदों के कथा जिज्ञासु भारी संख्या में उपस्थित रहे। आज के यजमान का दायित्व कांग्रेस सांसद कु॰ उज्जवल रमण सिंह व डॉ अशोक बाजपेयी नि॰ सांसद सपत्नीक ने व्यास पूजन कर रामायण की आरती की तथा पूर्व मंत्री एवं सांसद कुसुम राय, अंशू अवस्थी प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस , सचिन रावत, डॉ आशीष दीक्षित, दीपक चौरसिया, अजय बाजपेयी, सत्यम पाण्डेय व्यापार मण्डल अध्यक्ष मोहन लाल गंज सुरेश पाण्डेय पूर्व अध्यक्ष लखनऊ बार सुरेश पाण्डेय, आदेश सिंह पूर्व अध्यक्ष सेंट्रल बार, जीतू यादव पूर्व मंत्री लखनऊ बार, ललित मिश्र पूर्व उपाध्यक्ष अवध बार, सुनील मिश्र व मनोज राय पूर्व अध्यक्ष सुनील मिश्र, सतीश अवस्थी एडवोकेट, अनुराग यादव पूर्व अध्यक्ष शिया डिग्री कॉलेज, प्रसून शुक्ला ने माल्यार्पण कर व्यास महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया।