उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बांदा (Banda) जिले में बुधवार देर शाम को हुए एक हादसे ने दिल्ली के सुल्तानपुरी मामले की याद ताजा कर दी है। यहां बुधवार देर शाम को एक ट्रक ने स्कूटी सवार महिला को टक्कर मार दी। इसके बाद महिला का शरीर ट्रक में फंस गया। बताया गया है कि इसके बाद ट्रक उसे 3 किमी से ज्यादा दूरी तक घसीट कर ले गया। बाद में महिला की मौत हो गई।
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एएसपी बांदा लक्ष्मी निवास मिश्रा ने मीडिया को बताया कि महिला की पहचान 32 वर्षीय पुष्पा सिंह के रूप में हुई है। वह कृषि विश्वविद्यालय में क्लर्क के रूप में काम करती थीं। बताया गया है कि वर्ष 2020 में उनके पति रंजीत कुमार की मौत के बाद उन्हें ये नौकरी मिली थी।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पुष्पा अपनी स्कूटी से सब्जी खरीदकर मवई बुजुर्ग चौराहे पर जा रही थीं। तभी पीछे से आ रहे ट्रक ने विश्वविद्यालय गेट के पास उन्हें कुचल दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनका वाहन ट्रक में फंस गया, लेकिन चालक करीब साढ़े तीन किलोमीटर तक ट्रक को चलाता रहा। इसके कारण ट्रक के अगले हिस्से में आग लग गई, जिसके बाद चालक ट्रक को छोड़कर भाग गया।
स्थानीय लोगों ने इस हादसे के बारे में पुलिस को सूचना दी। दमकलकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। कोतवाली प्रभारी श्यामबाबू शुक्ल ने बताया कि ट्रक चालक की पहचान अखिलेश यादव के रूप में हुई है। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया था।
कोतवाली प्रभारी ने बताया कि ट्रक में आग लगने के कारण महिला का शरीर जला गया था। कपड़े और वाहन से उसकी पहचान की गई थी। पुलिस ने बताया कि पुष्पा मूलरूप से लखनऊ की रहने वाली थी। उनके दो बच्चे हैं। इस घटना के बाद छात्रों और ग्रामीणों ने विरोध-प्रदर्शन किया। लोगों ने आरोपी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने और सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाने की मांग की।